जनप्रतिनिधि व अधिकारी पत्रिका की पहल पर बोले- हमारे पास खर्च के लिए उपलब्ध निधि से हम सीधे आर्थिक सहयोग भले ही नहीं दे सकते, लेकिन इनके लिए राशि की व्यवस्था की जाएगी। झांकी निर्माता संगठनों का कहना है कि सरकारी सहायता को भी बढ़ाना चाहिए। इसके लिए नगर निगम व आइडीए के समक्ष आवेदन किए हैं। बुधवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव व निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने मामले में संज्ञान लेते हुए बजट में पूर्व से मंजूर राशि उपलब्ध करवाने की पहल शुरू कर दी है। संभवत: गुरुवार को राशि मिल वालों को मिलने की उम्मीद है। हालांकि निर्माताओं का कहना है कि महंगाई के कारण लागत बढ़ गई है, इसलिए इस साल ज्यादा राशि की व्यवस्था करनी होगी। विधायक मालिनी गौड़ का कहना है, निगम से बात की है, राशि जारी हो रही है।
आगे के लिए भी व्यवस्था बनाएंगे
सांसद शंकर लालवानी ने कहा, परंपरा को जीवंत रखने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। 15-15 हजार रुपए की मदद तो सभी को मिल सकेगी। आगे भी परेशानी न हो, इसके लिए एक व्यवस्था बनाएंगे।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा, परंपरा को जीवंत रखने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। 15-15 हजार रुपए की मदद तो सभी को मिल सकेगी। आगे भी परेशानी न हो, इसके लिए एक व्यवस्था बनाएंगे।
… और अच्छे से बनवाएंगे
आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा के अनुसार, आइडीए हर साल तय राशि देता है। झांकी और अच्छे से बनाई जा सके, इसके लिए सहायता दी जाएगी। प्रयास कर रहे हैं कि बेहतरी के लिए राशि बढ़ा कर दी जा सकें।
आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा के अनुसार, आइडीए हर साल तय राशि देता है। झांकी और अच्छे से बनाई जा सके, इसके लिए सहायता दी जाएगी। प्रयास कर रहे हैं कि बेहतरी के लिए राशि बढ़ा कर दी जा सकें।
मिल संगठन मिलें जरूर मदद करूंगा
विधायक महेन्द्र हार्डिया का कहना है कि मिल वालों ने समस्या बताई ही नहीं। संगठन आकर मुलाकात करे, मुझसे जो भी मदद हो सकेगा जरूकर करूंगा। झांकी शान से निकलेगी
कलेक्टर मनीषसिंह का कहना है कि झांकी इंदौर की शान है। उसी गरिमा के अनुरूप इस चल समारोह को निकालेंगे।
विधायक महेन्द्र हार्डिया का कहना है कि मिल वालों ने समस्या बताई ही नहीं। संगठन आकर मुलाकात करे, मुझसे जो भी मदद हो सकेगा जरूकर करूंगा। झांकी शान से निकलेगी
कलेक्टर मनीषसिंह का कहना है कि झांकी इंदौर की शान है। उसी गरिमा के अनुरूप इस चल समारोह को निकालेंगे।