इस बीच में संघ के प्रचारक प्रमोद झा की मौजूदगी खासा मायने रखती है। आखिरी दिन दोपहर १ बजे करीब वे पहुंचे थे और शाम ४ बजे वहां से रवाना हुए। इस बीच में वे कई पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं से मिले तो संगठन महामंत्री भगत से बंद कमरे में चर्चा हुई। इसको देखते हुआ माना जा रहा है कि झा का जल्द ही भाजपा में पदार्पण हो सकता है, क्योंकि बिना संघ के प्रचारकों की मर्जी के वे भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए होंगे।
वहां से हरी झंडी दी गई इसका अर्थ है कि भाजपा में भेजने की तैयारी है। वैसे भी वर्तमान में वे संघ के विभाग या अन्य महत्वपूर्ण जवाबदारी पर नहीं है। धार जैसे छोटे जिले में लूपलाइन माने जाने वाले धर्म जागरण का काम देख रहे हैं। उस हिसाब से संभावना बन रही है कि झा की एंट्री भाजपा में हो सकती है। सम्मेलन के दौरान झा के साथ पूरे समय नगर उपाध्यक्ष बबलू शर्मा और उनके खास वैभव शुक्ला (बिट्टू) मौजूद थे।
भगत के नजदीकी राय
गौरतलब है कि झा के संबंध भाजपा के सह संगठन मंत्री अतुल राय से खासे मजबूत हंै। राय के लिए माना जाता है कि भगत को कोई बात बोल दें तो वे टालते नहीं हैं। पूरे प्रदेश में भगत के सबसे नजदीकी व्यक्ति हैं। वर्तमान में राय महाकौशल का काम देख रहे हैं। चुनाव को देखते हुए मालवा प्रांत के हिसाब से झा की एंट्री कराई जा सकती है।