दलित वर्ग में पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए अजा मोर्चा के नगर अध्यक्ष राजेश शिरोड़कर ने बड़ी कार्यकारिणी बनाई थी। इसमें विधायकों के अलावा अपनी पसंद के नामों को भी शामिल किया गया, ताकि भीड़ जुटाने में कोई दिक्कत न आए। कायदे से दो महामंत्री होते हैं, उन्होंने तीन बनाए।
वहीं उपाध्यक्ष 4 रहते हैं, तो आठ और मंत्री पांच के बजाए दस घोषित कर दिए गए। मजेदार बात ये है कि मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सूरज कैरो की जानकारी में डालकर टीम का गठन किया गया, तो नगर भाजपा अध्यक्ष कैलाश शर्मा से सहमति नहीं ली गई। इस पर शर्मा ने दीनदयाल भवन में टीम को शपथ के लिए जगह नहीं दी।
नाराज शिरोड़कर ने अपनी पीड़ा जनआर्शीवाद यात्रा में भीड़ जुटाने के लिए बैठक लेने आए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के सामने रख दी, जिससे बवाल हो गया। मामले में संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा ने सख्त रुख इख्तेयार कर कार्यकारिणी भंग करने के निर्देश जारी कर दिए। अब शिरोडकर को जल्द नई सूची तैयार क रना है। संभावना है कि आज-कल में नए सिरे से बनी टीम की घोषणा हो सकती है।
सीएम से मिलेंगे मोर्चा अध्यक्ष विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब मोर्चा प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों की सीएम हाउस में बैठक रख रहे हैं। कल प्रदेशभर से अल्पसंख्यक मोर्चा और अजा मोर्चा को बुलाया गया है। सायं 4.30 बजे अजा मोर्चा की बैठक रखी गई है, जिसमें वर्ग से संबंधित सांसद, विधायक, मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारी व कार्यकारिणी के साथ में जिला अध्यक्ष व महामंत्री को बुलाया गया है। वे बताएंगे कि दलित वर्ग के लिए सरकार ने क्या-क्या किया, कौन सी कल्याणकारी योजनाएं चलाईं और कितनों ने लाभ लिया? इसके पीछे की कहानी ये है कि मोर्चा की टीम फिर उन कामों को लेकर दलित बस्तियों में जाकर प्रचार-प्रसार करेंगी।