आज से भाजपा में सक्रिय सदस्य बनाने का सिलसिला शुरू होगा। इंदौर भाजपा ने तय किया है कि जिसने १०० साधारण सदस्य बनाए हैं उन्हें ही हजार रुपए की आजीवन सहयोग निधि की रसीद काटकर ये तमगा दिया जाएगा। सक्रिय सदस्यता के अभियान को लेकर पार्टी ने कई बिंदुओं पर साफ व सख्त निर्देश दिए हैं।
स्पष्ट कहा है कि किसी को भी सक्रिय सदस्यता बनाने के लिए बारीकी से जांच की जाए। खासतौर पर गुंडे-बदमाश व अन्य आपराधिक रिकॉर्ड वालों को बिलकुल सदस्य नहीं बनाया जाना चाहिए। ये जिम्मेदारी मंडलध्यक्षों की है। कार्यकर्ता पर आंदोलन, प्रदर्शन की वजह से राजनीतिक प्रकरण हो सकते हैं जो मान्य हैं। इसके अलावा सक्रिय सदस्य के लिए तीन साल का साधारण सदस्य होना भी आवश्यक है।
आपराधिक घटनाओं से मोदी थे नाराज
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक में अपना रुख साफ कर दिया था। उन्होंने नेता पुत्रों के मारपीट करने की घटना पर आड़े हाथ लेते हुए पार्टी से निकालने तक की बात कही थी। सबसे बड़ा निशाना भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय पर सभी साधा था।
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक में अपना रुख साफ कर दिया था। उन्होंने नेता पुत्रों के मारपीट करने की घटना पर आड़े हाथ लेते हुए पार्टी से निकालने तक की बात कही थी। सबसे बड़ा निशाना भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय पर सभी साधा था।
क्यों जरूरी है…
भाजपा में सक्रिय सदस्यता क्यों आवश्यक है, जिसको लेकर सवाल खड़े होते हैं। पार्टी के नियमानुसार सक्रिय सदस्यता वालों को ही महत्वपूर्ण पद दिए जा सकते हैं। संगठन की बात करें तो वार्ड अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के पद के लिए यह जरूरी होता है। इसके अलावा पार्टी उन्हें ही चुनाव लड़ाती है, जो सक्रिय सदस्य हैं।
भाजपा में सक्रिय सदस्यता क्यों आवश्यक है, जिसको लेकर सवाल खड़े होते हैं। पार्टी के नियमानुसार सक्रिय सदस्यता वालों को ही महत्वपूर्ण पद दिए जा सकते हैं। संगठन की बात करें तो वार्ड अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के पद के लिए यह जरूरी होता है। इसके अलावा पार्टी उन्हें ही चुनाव लड़ाती है, जो सक्रिय सदस्य हैं।