ये बात कल भाजपा की एक अहम् बैठक में पांच नंबर विधानसभा के मंडल अध्यक्ष सुनील वर्मा ने कही। सदस्यता अभियान की समीक्षा करने संभागीय प्रभारी अरविंद कवठेकर आए थे, जिसको लेकर कोर कमेटी, नगर पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष और मंडल प्रभारियों को बुलाया गया था। सांसद शंकर लालवानी, नगर भाजपा के प्रभारी अध्यक्ष कमल वाघेला व मुकेश राजावत सहित कई नेता मौजूद थे।
कवठेकर एक-एक मंडल के जवाबदारों को खड़ा करके आंकड़े ले रहे थे। जब शिवाजी मंडल की बारी आई तो वर्मा ने व्यथा सुनाई। कहना था कि पुराने अनुभव ठीक नहीं है। पार्टी में जब नेता बड़ा हो जाता है, बड़े पद पर चले जाता है तो वह छोटे कार्यकर्ता की तरफ ध्यान नहीं देता।
मेरे जैसे मंडल अध्यक्ष को डर लगने लग जाता है कि सार्वजनिक तौर पर ऐसा मौका आ जाए, जब उन्हें फोन लगाना पड़े। फोन नहीं उठे तो सबके सामने इज्जत खराब हो जाए। मैंने सांसद बनने के बाद लालवानी को चेक करने के लिए फोन लगाया था। उन्होंने एक बार में उठा लिया। मेरी राय है, आप ऐसे ही रहना।
खड़े करवाए हाथ
बैठक में कवठेकर टीचर की भूमिका में भी नजर आए। उन्होंने 100 सदस्य बनाने वालों के हाथ खड़े करवाए। कहना था कि बताएं किस-किस ने ये काम कर लिया। इस पर अधितकतर लोगों ने हाथ खड़े किए। बाद में नगर भाजपा को निर्देश दिए कि वे ऐसे पदाधिकारियों की भी सूची बनाएं, जिन्होंने 500 से ज्यादा सदस्य बनाए। उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
आंकड़ा ढाई लाख पार
गौरतलब है कि कल बैठक में सभी को साफ कर दिया था कि जो सदस्य बने हैं, जिनके फॉर्म भर गए हंै, वही आंकड़े पेश करना हैं। फर्जीवाड़ा बिलकुल नहीं चलेगा। इसके चलते मंडलवार जानकारी निकाली गई। आखिर में जब जोड़ लगाया तो चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया।
नगर में 2 लाख 54 हजार 700 सदस्य बन गए हैं। वहीं, मंडल अध्यक्ष व प्रभारियों का दावा है कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जनता का जो रिस्पांस मिल रहा है, उस हिसाब से 20 अगस्त तक वे 50 हजार और सदस्य बना देंगे।