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बॉबी छाबड़ा ने कमाई के लिए संस्थाओं में अपने लोगों के जरिए किया कब्जा,रसीदें खरीदी

locationइंदौरPublished: Feb 15, 2020 09:32:25 pm

डीआइजी व अन्य अफसरों ने की लंबी पूछताछ, आरोपी बोला- जमीनों में पैसा लगाया लेकिन सारा अटक गया, बड़े बड़े नेताओं से मेरी नजदीकी लेकिन किसी ने नहीं बचाया

बॉबी छाबड़ा ने कमाई के लिए संस्थाओं में अपने लोगों के जरिए किया कब्जा,रसीदें खरीदी

बॉबी छाबड़ा ने कमाई के लिए संस्थाओं में अपने लोगों के जरिए किया कब्जा,रसीदें खरीदी

इंदौर. जमीन की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार बॉबी छाबड़ा से खजराना थाने में डीआइजी के साथ ही अन्य अफसरों ने भी पूछताछ की। बॉबी अफसरों से बोला, मेरा किसी मामले में सीधा दखल नहीं है। जमीन में कमाई थी इसलिए संस्थाओं में अपने लोगों को संचालक बनवाया, रसीदें खरीदी लेकिन विवादों के कारण मेरा पैसा फंस गया। यह भी माना कि कई बड़े बड़े नेताओं से नजदीकी है, सभी के काम भी आया लेकिन जब मैं फंसा तो किसी ने मदद नहीं की।
खजराना थाने की हवालात और फिर बाहर बैठाकर आरोपी से पूछताछ की गई। रात में डीआइजी रुचि वर्धन मिश्र, एएसपी राजेश रघुवंशी, सीएसपी एसकेएस तोमर, टीआई प्रीतमसिंह ठाकुर ने करीब डेढ़ बजे तक बॉबी को सामने बैठाकर पूछताछ की। अफसरों के सामने बॉबी जमीन की धोखाधड़ी व श्रीराम नगर गृह निर्माण संस्था की गड़बड़ी से साफ इनकार करता रहा। संस्थाओं पर कब्जा जमाने की बात पर सवाल पूछे तो वह बचता रहा। बॉबी का कहना है कि जमीन में काफी कमाई होने से वह कारोबार में शामिल हुआ, काफी पैसा लगाया लेकिन अब पैसा अटक गया है। अफसरों का कहना है कि बॉबी छाबड़ा जमीन पर कब्जे के लिए अपने लोगों को संस्था का पदाधिकारी बनवाता और उनके जरिए सदस्यता सूची में हेरफेर कर अपने लोगों को सदस्य बनाता। पुराने सदस्यों के प्लाट की रसीद खरीद लेता ताकि बाद में मुंह मांगे दाम पर उसे बेच दें। इसके लिए काफी पैसा भी बांटे। जिस महिला ने रिपोर्ट लिखाई उसे बॉबी छाबड़ा के नाम से फोन आया था, बॉबी का कहना है कि मैंने फोन नहीं किया, किसी और ने मेरा नाम का इस्तेमाल किया होगा।
अफसरों के सामने बॉबी ने प्रशासन पर भी सवाल उठाए। बॉबी बोला, कई संस्थाओं में 5-10 साल से प्रशासक नियुक्त है, वरीयता सूची भी प्रशासन बनाता है तो फिर प्लाट क्यों नहीं बांट पा रहा? कोई जमीन मेरे नाम नहीं है और न ही मेरा दखल है फिर प्लाट बांटने से किसने रोका? राजनीतिक दखल के मामले में उसका कहना था कि मैैं राजनीतिक परिवार से जुड़ा हूं। कई बड़े बडे नेताओं से मेरी नजदीकी है, कारोबार के कारण भी कई नेताओं से दोस्ती हुई। अब मैं फंस रहा हूं तो कोई मदद नहीं कर रहा। हालांकि पुलिस का कहना है कि बॉबी पहले से ही तैयारी कर चुका है इसलिए पुलिस को जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।
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