एएसपी राजेश रघुवंशी व सीएसपी एसकेएस तोमर की टीम ने बॉबी से पूछताछ करने के साथ छानबीन को आगे बढ़ाया तो पता चला कि उक्त संस्थाओं का रिकॉर्ड दिसंबर में प्रशासन व सहकारिता विभाग की टीम बॉबी के साथी संदीप रमानी के ऑफिस से जब्त कर चुकी है। भंवरकुआं थाने में दर्ज एफआइआर में इन संस्थाओं के रिकॉर्ड की जानकारी है। उस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने संदीप के ऑफिस से देवी अहिल्या गृह निर्माण संस्था का रिकॉर्ड भी जब्त किया। इस संस्था में प्रशासक नियुक्त है लेकिन फिर भी वहां रिकॉर्ड मिलने से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है।
इन 20 संस्थाओं के रिकॉर्ड जब्त किए
एसडीएम सोहन कनाश, तहसीलदार संजय वाघमारे व सहकारिता विभाग के निरीक्षकों की टीम संदीप रमानी के कार्यालय पर छापा मारा था। वहां से 20 गृह निर्माण संस्थाओं, कर्मचारीगण, श्रीराम, गजानंद, सर्वानंद, नंद, गोमटेश, जागृति, आदर्श भूतपूर्व सैनिक, संतोषी माता, सेंट्रल गवर्नमेंट आफिसर्स, शिवाशिष, गौतम, सविता, नवभारत, क्लासिक, अवनि, सचखंड, देवी अहिल्या श्रमिक कामगार , शीतलनगर, आकाश का रिकॉर्ड जब्त किया था।
‘दागियों’ को पास बैठाते हैं अफसर, पीडि़तों को खड़े रखते हैं बाहर’
सहकारिता विभाग में अब भी ऐसे लोग सक्रिय हैं, जिनके घर से संस्थाओं के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। ये लोग अफसरों के कैबिन में बेखौफ बैठे रहते हैं, जबकि पीडि़त बाहर खड़े रहकर अपने नंबर का इंतजार करते रहते हैं। इसकी शिकायत कलेक्टर को हुई तो अपर कलेक्टर ने आदेश जारी किया कि अवांछनीय लोगों का विभाग में प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए। आदर्श श्रमिक गृह निर्माण सहकारी संस्था के सदस्य ईश्वरचंद पोरवाल ने कलेक्टर को शिकायत में पीड़ा जाहिर की।
उन्होंने लिखा, ‘सहकारी संस्थाओं में खेल करने वाला दिनेश चितलांग्या सहकारिता विभाग के कार्यालय में सक्रिय है। ये व्यक्ति अफसरों के कैबिन में बेखौफ घूमता रहता है। इस शिकायत पर अपर कलेक्टर कार्यालय से एक चिट्ठी संयुक्त आयुक्त सहकारिता और उपायुक्त सहकारिता कार्यालय को जारी की गई। इसमें साफ लिखा है, ऑपरेशन क्लीन के दौरान चितलांग्या के घर से संस्थाओं के दस्तावेज मिले थे। वह अफसरों से मिलकर संस्थाओं के कार्य प्रभावित कर रहा है। अब संयुक्त आयुक्त सहकारिता ने उपायुक्त कार्यालय को चिट्ठी भेजकर चितलांग्या के कार्यालय में प्रवेश और उससे किसी भी अधिकारी-कर्मचारी के मिलने पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
मैंने स्टॉफ को निर्देश दिए हैं कि कोई भी दागी दफ्तर में नहीं आएगा। यदि कोई उससे मिलता है, तो कार्रवाई की जाएगी। – एमएल गजभिए, उपायुक्त सहकारिता