वैकल्पिक मार्ग बदहाल
जवाहर मार्ग के स्थान पर इस सडक़ का वैकल्पिक मार्ग कबूतरखाना से गौतमपुरा पुल, चंद्रभागा, रावजीबाजार मुख्य मार्ग से हाथीपाला और चंपाबाग पुल से होते हुए वापस जवाहरमार्ग पर ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा सकता है। लेकिन ये पूरा रास्ता भी खराब पड़ा है। गौतमपुरा पुल का काम अभी चल ही रहा है। इसके पंढऱीनाथ वाले हिस्से को रविवार को वाहनों को आने जाने लायक बनाने के लिए स्लैब डालकर सडक़ बनाने का काम किया जा रहा था। वहीं इसके चंद्रभागा के हिस्से की तो पूरी सडक़ ही उखड़ी पड़ी है। यहां आधी-अधूरी सडक़ के कारण गाडिय़ां आना जाना ही मुश्किल हो रहा है। यहां आलापुरा मस्जिद तक की सडक़ पूरी तरह से उखड़ी पड़ी है।
जवाहर मार्ग के स्थान पर इस सडक़ का वैकल्पिक मार्ग कबूतरखाना से गौतमपुरा पुल, चंद्रभागा, रावजीबाजार मुख्य मार्ग से हाथीपाला और चंपाबाग पुल से होते हुए वापस जवाहरमार्ग पर ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा सकता है। लेकिन ये पूरा रास्ता भी खराब पड़ा है। गौतमपुरा पुल का काम अभी चल ही रहा है। इसके पंढऱीनाथ वाले हिस्से को रविवार को वाहनों को आने जाने लायक बनाने के लिए स्लैब डालकर सडक़ बनाने का काम किया जा रहा था। वहीं इसके चंद्रभागा के हिस्से की तो पूरी सडक़ ही उखड़ी पड़ी है। यहां आधी-अधूरी सडक़ के कारण गाडिय़ां आना जाना ही मुश्किल हो रहा है। यहां आलापुरा मस्जिद तक की सडक़ पूरी तरह से उखड़ी पड़ी है।
रावजीबाजार मेनरोड – चंद्रभागा से चढ़ाई शुरू होने के बाद से ही ये पूरा रोड उखड़ा पड़ा है। रावला और जूनीइंदौर शनि मंदिर के गेट के सामने की सडक़ पर बड़े बड़े गड्ढ़े हैं।
हाथीपाला – हाथीपाला पुल की स्थिति भी खराब है। महज 20 फीट चौड़ा ये पुल एक साथ जवाहरमार्ग से गुजरने वाले वाहनों की संख्या को झेलने लायक नहीं है। वहीं पुल के आगे हाथीपाला के हिस्से में भी सडक़ पर बने बड़े-बड़े गड्ढ़े वाहनों को अटकाते हैं।
हाथीपाला – हाथीपाला पुल की स्थिति भी खराब है। महज 20 फीट चौड़ा ये पुल एक साथ जवाहरमार्ग से गुजरने वाले वाहनों की संख्या को झेलने लायक नहीं है। वहीं पुल के आगे हाथीपाला के हिस्से में भी सडक़ पर बने बड़े-बड़े गड्ढ़े वाहनों को अटकाते हैं।
चंपाबाग – ब्रिज का निर्माण काम अभी चल ही रहा है। यहां स्लैब तो डल गई है। लेकिन ब्रिज पर आने जाने के लिए एप्रोच रोड ही नहीं है। ब्रिज से लगे हुए हिस्से में अभी भी अतिक्रमण हैं। वहीं सालभर से नोटिस देने के बाद भी नगर निगम ने एक भी अतिक्रमण नहीं हटाया। यहां भाजपा कांग्रेस के नेता एक दूसरे को नुकसान पहुंचाने और अपने समर्थकों के अतिक्रमण बचाने के लिए अतिक्रमण हटाने ही नहीं दे रहे हैं।
जूनीइंदौर मुक्तीधाम पुल – यहां ब्रिज तो बना हुआ है, लेकिन उसकी सरवटे के ओर की एप्रोच सडक़ अभी भी नहीं बनी है। अस्थाई एप्रोच रोड बेहद बूरी हालत में हैं।
जूनीइंदौर मुक्तीधाम पुल – यहां ब्रिज तो बना हुआ है, लेकिन उसकी सरवटे के ओर की एप्रोच सडक़ अभी भी नहीं बनी है। अस्थाई एप्रोच रोड बेहद बूरी हालत में हैं।
ये कर सकता है प्रशासन
कृष्णपुरा छत्री पर सिग्नल – जवाहर मार्ग से नंदलालपुरा तक की सडक़ का वन वे खत्म करते हुए इस ओर ट्रैफिक को मोडने के साथ ही कृष्णपुरा छत्री पर ट्रैफिक सिग्नल लगाकर यहां ट्रैफिक को कंट्रोल तरीके से गुजारा जा सकता है।
कृष्णपुरा छत्री पर सिग्नल – जवाहर मार्ग से नंदलालपुरा तक की सडक़ का वन वे खत्म करते हुए इस ओर ट्रैफिक को मोडने के साथ ही कृष्णपुरा छत्री पर ट्रैफिक सिग्नल लगाकर यहां ट्रैफिक को कंट्रोल तरीके से गुजारा जा सकता है।
संजय सेतु ट्रैफिक सिग्नल – वहीं कृष्णपुरा पुल के मृगनयनी शोरूम के सामने की सडक़ का एकांगी मार्ग खत्म कर यहां एक हिस्से से जवाहरमार्ग की ओर जाने वाले वाहनों को संजय सेतू की ओर मोड़ दिया जाए और संजय सेतु शुरू होने के पहले ट्रैफिक सिग्नल लगाकर रानीपुरा की ओर से आने वाले वाहनों को सडक़ पर रोकने के साथ ही संजय सेतू से वाहनों को गुजारते हुए वापस जवाहर मार्ग पर डाला जा सकता है।