scriptगोलीकांड के पहले कॉफी हाउस में टीआइ पंवार का स्टिंग कर रहा था महिला एएसआइ का भाई! | brother of Asi was doing a sting in the coffee house | Patrika News

गोलीकांड के पहले कॉफी हाउस में टीआइ पंवार का स्टिंग कर रहा था महिला एएसआइ का भाई!

locationइंदौरPublished: Jun 26, 2022 09:50:24 pm

पुलिस ने टीआइ के तीन व एएसआइ के एक भाई को लिया कब्जे में, अब मोबाइल खोलेगा राज
 

गोलीकांड के पहले कॉफी हाउस में टीआइ पंवार का स्टिंग कर रहा था महिला एएसआइ का भाई!

गोलीकांड के पहले कॉफी हाउस में टीआइ पंवार का स्टिंग कर रहा था महिला एएसआइ का भाई!

इंदौर. पुलिस कंट्रोल रूम (रानीसराय, रीगल तिराहा) पर महिला एएसआइ पर गोली चलाने के बाद खुद को गोली मारकर हुई टीआइ हाकमसिंह पंवार की मौत के मामले में अब भी राज सामने नहीं आए है। घटना के पहले एएसआइ, उसका भाई व टीआइ कॉफी हाउस में बैठे थे। सीसीटीवी फुटैज से आशंका है कि एएसआइ का भाई बातचीत का मोबाइल से वीडियो बना रहा था। पुलिस को एएसआइ का मोबाइल नहीं मिला जबकि टीआइ को मिल गया। टीआइ व एएसआइ के भाई के मोबाइल की एफएसएल लैब, भोपाल में जांच कराई जाएगी।
भोपाल में पदस्थ रहे टीआइ हाकमसिंह का मूल निवासी तराना, उज्जैन में है। वहां उनकी पत्नी लता पंवार, भाई व दो भतीजों का परिवार रहता है। शुक्रवार रात को ही वे पोस्टमार्टम के बाद शव ले गए। परिजनों का कहना था कि टीआइ की संतान नहीं है, वे एक भतीजे को ही अपना वारिस बताते थे। चर्चाओं में था कि पंवार की एक पत्नी भोपाल में हैड कांस्टेबल है, एक पत्नी कहीं ओर रहती है तो एक इंदौर में है लेकिन किसी की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। सर्विस बुक में पत्नी का नाम लता पंवार ही दर्ज है। अस्पताल पहुंची महिला ने बताया था कि पंवार को एक कपडा व्यापारी से 25-30 लाख लेना थे। इस परिवार की महिला के नाम कार थी जो बाद में महिला एएसआइ के भाई के नाम करा दी गई और यह कार पंवार चला रहे थे। एडिशनल कमिश्नर राजेश हिंगणकर के मुताबिक, कार के लिए ही महिला एएसआइ के भाई ने 3 जून को भोपाल डीसीपी जोन 3 को शिकायत की थी। एएसपी अरविंदसिंह तोमर के मुताबिक, संबंधित कार को जब्त कर लिया है। उसमें जीपीएफ डायरी आदि दस्तावेज थे जिसकी जांच की गई। कार पहले जिसके नाम थी उस महिला को बुलाकर बयान लिए जाएंगे। महिला एएसआइ के बारे में पता चला कि कुछ साल पहले धार में एक पुलिसकर्मी के खिलाफ भी गलत हरकत की शिकायत की थी लेकिन बाद में वापस ले ली। इधर, पुलिस अधिकारियों ने कॉफी हाउस का वीडियो गंभीरता से देखा तो उसमें एएसआइ के भाई के हाथ में मोबाइल इस तरह दिख रहा है जिससे लगता है कि वह पंवार का वीडिया बना रहा था। घटना के दौरान पवार महिला का मोबाइल लेने का प्रयास कर रहे थे वह अब तक गायब है। पंवार का मोबाइल मिला लेकिन पेटर्न लॉक के कारण खुला नहीं। पुलिस ने भाई का मोबाइल देखा तो उसमें कोई वीडियो नहीं मिला। एडिशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी के मुताबिक, दोनों के मोबाइल की एफएसएल जांच होगी। यह भी पता चला कि पंवार ने एक साल में जीपीएफ से 11 लाख रुपए निकाले थे। कुछ लोगों ने ब्लैकमेल की आशंका भी जताई। डीसीपी धर्मेंद्रसिंह भदौरिया के मुताबिक, पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। अगर एएसआइ की कोई गलती मिली तो कार्रवाई होगी। अभी उसकी शिकायत पर केस दर्ज हुआ है। कैमरे बंंद थे, ठीक कवाएरीगल तिराहे के पुराने पुलिस कंट्रोल रूम मेें शुक्रवार दोपहर टीआइ हाकमसिंह पंवार द्वारा महिला एएसआइ को गोली मारकर घायल करने के बाद खुद के सिर में गोली मारकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई। पुलिस कंट्रोल रूम में बाहर की ओर कैमरे तो लगे है लेकिन घटना के बाद चैक किया तो पता चला कि कई कैमरे बंद है जिससे घटना के फुटैज नहीं मिल पाए। अधिकारियों ने नाराजगी जताई तो मुख्य गेट के ऊपर नए कैमरे लगवाए गए। बाबूओं पर अफसर भी नहीं कर पाते सख्तीरीगल पर पहले एसपी ऑफिस था, कमिश्नरेट में अब वहां एडिशनल कमिश्नर का ऑफिस चलता है। यहां ऑफिसों में कई एएसआइ (एम) बाबू है लेकिन मनमानी में अपसरों का भी उन पर जोर नहीं चल पाता है। यहां कुछ महिला कर्मचारियों के अपनी सीट से गायब रहने, काम नहीं करने पर वरिष्ठ अफसर ने सख्ती की तो उनकी शिकायत करना शुरू कर दी थी। अधिकारियों ने कुछ कर्मचारियों को चिन्हित किया है, जल्द ही उन्हें जिले के बाहर भेजा जा सकता है।
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