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देश की सेवा कर रहे किसान के बेटे ने पानी से निकाला सोना

locationइंदौरPublished: Jul 05, 2018 12:35:09 am

Submitted by:

Krishnapal Chauhan

इंदौर में पहली बार हो रही बीएसएफ की ऑल इंडिया तैराकी प्रतियोगिता

bsf swimming

देश की सेवा कर रहे किसान के बेटे ने पानी से निकाला सोना

पिता एक छोटे से गांव में किसान हैं, लेकिन उनका बेटा देश की रक्षा करने के लिए बॉर्डर पर खून पसीना एक कर रहा है। सिर्फ सुरक्षा ही नहीं वह खेलों में देश के नौजवानों के लिए आर्दश बनने का सपना सजाए इंदौर आया है। बुधवार को उसनेअपने बाजुओं की ताकत दिखाकर पानी से सोना निकाल लिया। हम यहां बात कर रहे हैं बीएसएफ की गुजरात फ्रंटियर के आरक्षक सजु सरकार की। इंदौर में पहली बार आयोजित हो रही बीएसएफ की ३३वीं ऑल इंडिया तैराकी प्रतियोगिता के पहले ही दिन उसने और उसके जैसे दर्जनों जवानों ने अपने खेल का हुनर दिखाकर सफलता हासिल की। तीन दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में देश के ४५० से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। ३३वीं अंतर फ्रंटियर एक्वेटिक एवं ४३वीं क्रॉस कन्ट्री मीट प्रतियोगिता में पहले दिन पांच स्वर्ण पदक का फैसला हुआ। शुक्रवार को स्पर्धा का समापन होगा।
ओलंपिक खेलने का सपना
गुजरात फ्रंटियर से आए आरक्षक सजु सरकार ने ५० मीटर बेक स्ट्राक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। पदक जीतने के बाद वे खुश नजर आए। उन्हें बीएसएफ आई जी रमेश चन्द्र ध्यानी ने गोल्ड मेडल से सम्मानित कर प्रशंसा पत्र भी दिया। सरकार ने बताया की वे ४ साल से बीएसएफ में रहकर नेशनल स्तर पर स्विमिंग प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे है। अब तक वे कुल ६ प्रतियोगिता जीत चुके है। वे मृलत: पश्चिम बंगाल के रहने वाले है। उनके पिता किसान है। मेडल जीतने के बाद सजु ने बताया की उनके पिता का सपना है की वे देश की रक्षा के साथ स्विमिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करें। उनके पिता धान व गेहूं की खेती करते है। वे पिछली बार टेकनपुर में आयोजित प्रतियोगिता भी जीत चुके है। उनका सपना है की वे भविष्य में बीएसएफ की तरफ से आेलंपिक का प्रतिधिनित्व करेंगे। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय बीएसएफ को दिया। उन्होंने स्विमिंग में महारत बीएसएफ अधिकारियों से मिली है।
हेड गार्ड पिता का बेटा भी मचा रहा धूम

इसी तरह गुजरात सीमांत से प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आए आरक्षक जी श्रीकांथ ने भी १०० मीटर बटर फ्लाय राउंड में स्वर्ण पदक जीता। आईजी ने उन्हें भी मेडल से सम्मानित किया। वे खुद को गौरवान्वित महसूस करते नजर आए। श्रीकांथ मृलत: विजयवाड़ा, आंधप्रदेश के रहने वाले है। उनके पिता एक बाजार में हेड गार्ड के पद पर है। पिता से ही उन्हें देश सेवा की प्रेरणा मिली। २०१५ में उन्होंने बीएसएफ ज्वाईंन किया। इन्होंने भी भविष्य में ओलंपिक व एेशियन गेम में आयोजित होने वाली स्विमिंग स्पर्धा जीतना लक्ष्य बताया। उन्होंने बताया की छोटा भाई भी उनसे प्रेरित होकर आर्मी में पदस्थ होकर देश की सेवा कर रहे है।
इससे पहले महू नाका स्थित लक्ष्मण सिंह चौहान तरण पुष्कर पर प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। स्पर्धा में देशभर से विभिन्न बीएसएफ सीमांत व मुख्यालय से ४५० अधिकारी व प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। रमेश चन्द्र ध्यानी, आई जी बीएसएफ ने ओपनिंग सेरमेनी की शुरूआत बैलून सेरेमनी से कर मेगा इवेंट का शुभारंभ किया। उन्होंने खिलाडि़यों को बताया की खेल अनुशासन व समय के मूल्य को सिखाता है। यहीं बीएसएफ जैसे रेजिमेंटल संस्थान की रीड की हड्डी है। इससे भविष्य में जीवन में आने वाली कठिनाईयों को सरलता से सामना करने में सफलता मिलती है।
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