निगम योजना शाखा जिला जेल से मूसाखेड़ी होते हुए काली पुलिया तक 30 मीटर यानी 100 फीट चौड़ी सडक़ बना रही है। रोड चौड़ीकरण में मकानों-दुकानों के कई बाधित निर्माण टूट गए, लेकिन कुछ अभी भी बचे हैं। इनके न हटने से रोड का काम अटक रहा है। इसके लिए आज सुबह 10 बजे निगम रिमूवल विभाग का अमला बाधित 8 मकानों को तोडऩे पहुंचा। कार्रवाई शुरू करने से पहला अमला आजाद नगर पुलिस थाने पर पहुंचा। यहां पर रिमूवल उपायुक्त लता अग्रवाल, रिमूवल अधिकारी अश्विन जनवदे और सहायक रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे मौजूद थे। थाने से पुलिस बल मिलने के बाद रिमूवल अमले ने मूसाखेड़ी रोड की तरफ रवाना हुआ।

तोड़फोड़ के लिए पहुंची दो जेसीबी और 50 से 60 निगमकर्मियों सहित भारी पुलिस बल को देख जेल के पास लोगों ने खुद ही अपने मकान तोड़ना शुरू कर दिए, लेकिन आगे लोगों को निगम अफसरों को समझाना मुश्किल हो गया। इतना ही नहीं मकान में रहने वाले लोगों ने कार्रवाई का विरोध कर विवाद करना शुरू कर दिया। साथ ही मकान खाली करने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं निगम और पुलिस के अफसरों से महिलाओं ने विवाद करना शुरू कर दिया।

मूसाखेड़ी रोड पर काली पुलिया के पहले आंगनवाड़ी के पास एक मकान में रहने वाली महिलाओं ने विवाद किया। इस पर महिला पुलिस बल ने मोर्चा संभाला और विवाद करने वाली महिलाओं को पकड़कर साइड में किया। बावजूद इसके विरोध करने वाली महिलाएं नहीं मानी और हंगामा शुरू कर दिया। महिला पुलिसकर्मियों ने सख्ती दिखाई और विवाद करने वाली सभी महिलाओं को पकड़कर अलग कर दिया। इसके बाद मकान खाली किया गया और फिर तोड़ने के लिए जेसीबी चलना शुरू हुई। इधर, कार्रवाई के चलते रोड पर भारी जाम लग गया और वाहन आपस में गुत्म-गुत्था अलग होते रहे।