निगम उद्यान विभाग ने सर्वे कर ऐसे 102 सरकारी बगीचे चिन्हित किए हैं, जिनमें अवैध निर्माण और अतिक्रमण है। इसमें झोपड़ी, पक्के निर्माण, गुमटी, टापरी, मंदिर होने पर स्टोर रूम और अन्य निर्माण शामिल हैं। बगीचों में अवैध निर्माण और अतिक्रमण होने से सौंदर्यीकरण पर बट्टा लग रहा था। साथ ही बगीचों में अतिक्रमण को लेकर शिकायतों का ग्राफ अलग बढ़ता जा रहा था। अतिक्रमण के कारण बगीचे में आने वाले लोगों को परेशानी अलग होती और वे बगीचे का उपयोग नहीं कर पाते हैं। इसके चलते ही निगम ने बगीचों में से अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाने की मुहिम आज से शुरू की है।

साकेत नगर के बाद रिमूवल अमला अन्य बगीचों में तोडफ़ोड़ करने पहुंचा। पांच चिन्हित बगीचों में से एक आंबेडकर उद्यान में रखी गई गुमटी को निगम रिमूवल विभाग अमले के पहुंचने से पहले ही हटा दिया गया, क्योंकि गुमटी रखने वाले व्यक्ति को जोन पर तैनात निगम अफसरों ने कार्रवाई से अवगत करा दिया था। इस पर उसने अमले के पहुंचने से पहले गुमटी को हटा दिया।