नाटक भी करते रहे, ताकि पुलिस उन्हें छोड़ दे दोनों ही बदमाश नशेड़ी हैं। आम तौर पर पुलिस नशेडिय़ों से सख्ती करने में बचती है। बदमाश ये जानते थे। इसके चलते वे नाटक भी करते रहे, ताकि पुलिस उन्हें छोड़ दे और वे रुपए लेकर चंपत हो जाएं। टीआइ शशिकांत चौरसिया ने बताया कि बदमाशों के पास से कुछ रुपए तो मिल गए, लेकिन बाकी के रुपए नहीं मिल रहे थे। पुलिस को आशंका हुई कि थाना परिसर में ही तो आते समय नहीं छिपा दिए। दूसरी संभावना यह थी कि पकड़े जाने के बाद फेंक दिए होंगे। ये बदमाश काफी दुस्साहसी हैं। इसके चलते यह संभावना कम ही लग रही थी। पुलिस ने थाना परिसर में ही तलाश किया। बाद में इन बदमाशों के अंतर्वस्त्र से रुपए मिल गए। आरोपियों ने शायद सोचा होगा कि कुछ नोट जब्त करवा कर बाकी अपने पास ही रख लेंगे। इसके चलते रुपए छिपाकर रख लिए।