जानकारी के अनुसार झाबुआ टॉवर और पटेल ब्रिज पर दर्जनों ट्रेवल्स के कार्यालय हैं। यहीं से बुकिंग की जाती है और अधिकांश बसों का संचालन भी यहीं से किया जाता है। कुछ बसें रवाना तो तीन इमली से होती हैं, लेकिन वापसी में सरवटे न जाते हुए सीधे झाबुआ टॉवर और पटेल ब्रिज पर सवारियों को उतार जाती हैं।
लग जाता है जाम इन ट्रेवल्स की अधिकांश बसें सुबह और शाम को झाबुआ टॉवर और पटेल ब्रिज पर ही सवारियां लेने आती हैं। कुछ बस संचालक तो बसों को सड़क पर ही पार्क करते हंै, जिससे दिनभर आने-जाने वाले वाहनों को परेशानी का सामना उठाना पड़ता है। झाबुआ टॉवर में दर्जनों बसों को दिनभर खड़ा किया जाता है। इस मामले में न ही कभी ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई की है और न आरटीओ यहां दम दिखा पा रहे हैं।