रविवार सुबह करीब 8 बजे वे घर से दुकान जाने का कहकर निकले थे। इसके बाद से परिजनों से उनका संपर्क नहीं हो सका। परिजनों ने कई बार फोन भी लगाया, लेकिन वह रिसीव नहीं हुआ। अमृतलाल के परिवार में दो बेटी और पत्नी रक्षा हैं। बड़ी बेटी की महू में शादी हो चुकी है, जो अपने पिता के घर आई हुई थी। शाम तक जब पिता से संपर्क नहीं हुआ तो पत्नी और बेटी को चिंता हुई। इस पर बेटी ने एमआइजी थाने जाकर पुलिस को सूचना दी।
बाद में शंका होने पर पति के साथ पिता की दुकान पर पहुंची तो यहां आधा शटर खुला हुआ था। अंदर झांककर देखा तो पिता फंदे पर लटके दिखे। बेटी ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जांच की तो शव के पास चार पेज का सुसाइड नोट मिला। इसमें व्यापारी ने बिजनेस में नुकसान होने के कारण यह कदम उठाने की बात लिखी है ।