गरीबों की योजनाएं बंद करने वाली सरकार से बदला लेने का वक्त: शिवराजसिंह चौहान
हमने गरीबों के लिए जो भी योजनाएं लागू की थी कमलनाथ सरकार ने वो सब बंद कर दी। अब उसका बदला लेने का वक्त आ गया है। लोकतंत्र में बदला लेने का माध्यम है वोट।यह बात पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कही। वे झाबुआ विधानसभा क्षेत्रके ग्राम बोरी में भाजपा प्रत्याशी भानु भूरिया के पक्ष में चुनावी सभा लेने पहुंचे थे। उन्होंने कहाकि हमने गरीबों के लिए कई योजनाएं चालू की। भाजपा ने तय किया था कि जितने भी गरीब है उन्हें 1 रुपए किलो गेहूं व 1 रुपए किलो चावल दिया जाए। बेटे-बेटियों के लिए साइकिल दी। स्कूल खोले, छात्रावास खोले। किताबें दी। स्माार्ट फोन और लैपटॉप दिए। कांग्रेस ने सारी योजनाएं बंद कर दी। वे तो चाहते हैंं कि हमारे बेटे-बेटी हाथ में हसिया पकडक़र सोयाबीन-मक्का काटते रहे। अन्याय के विरुद्ध लडऩा चाहिए या नहीं। हम लड़ेगे तो साथ दोगे। शासन की योजनाएं गिनाई। बेईमान कांग्रेसियों ने लाश के कफन के पैसे भी छिन लिए। प्रधानमंत्री आवास का पैसा नहीं दे रही कमलनाथ सरकार। गरीब मर रहा है, लेकिन उनकी चिंता नहीं कर रहे। कांगे्रस को केवल वोट की चिंता है। कांग्रेस जीत गई तो कांतिलाल कमलनाथ कहेंगे हम सही है मामा गलत है। झटका दे दिया तो कमलनाथ दंडवत करते रह जाएंगे। सारी योजनाएं चालू कर देंगे। शिवराज ने कहा बारिश से किसानों की फसलें खराब हो गई, लेकिन न तो कमलनाथ आए और न ही कांतिलाल खेत पर आए। यदि तुम्हारा मामा होता तो अपना हेलिकॉप्टर सीधे खेत में उतार देता और मुआवजा देता। फसल खराब होने पर मैंने झाबुआ-आलीराजपुर जिले में करोड़ों रुपए का मुआवजा दिया। 40 साल में कांतिलाल ने क्या किया। अब वक्त आ गया है उनसे जवाब मांगने का।
कांतिलाल की पंचायत के गांव ढडोरी में शिवराज ने बिताई रात
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने शुक्रवार की रात कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया की ग्रह पंचायत मोरडूंडिया के गांव ढडोरी में सरपंच कालूसिंह टोकरिया के यहां रात बिताई। यहां वे ग्रामीणों से रूबरू हुए। शनिवार सुबह उन्होंने खटिया पर बैठकर योग-प्राणायाम किया। इसके पश्चात चाय पी। उनका खाना भी सरपंच के यहां चूल्हे पर तैयार हुआ। उन्होंने वहीं बैठकर गरमा गरम रोटी, दाल और पत्थर कुटी हुई चटनी खाई। इसके अलावा ग्रामीणों की खाटला बैठक ली। इसके बाद बोरी के लिए रवाना हो गए।