श्री अरबिंदो यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. आनंद मिश्रा का कहना है, यूक्रेन में युद्ध खत्म होने के बाद भी लंबे समय तक स्थिति सामान्य होने के आसार नहीं हैं। ऐसे में वहां जाकर पढऩे के इच्छुक छात्रों के भी पढ़ाई पर संकट बना हुआ है। लंबे अरसे बाद ऑनलाइन क्लास विकल्प हो सकती है।

मॉडर्न मेडिकल कॉलेज की मान्यता खत्म होने के बाद वहां पढ़ रहे एमबीबीएस के विद्यार्थियों का ट्रांसफर अन्य कॉलेजों में कराया था। इनमें सीटें रिक्त नहीं होने पर एमसीआइ ने विशेष अनुमति दी। ऐसा फैसला विदेश से लौटने वालों के लिए हो सकता है।
विदेश से लौटे और अब यहीं रहकर पढऩा चाह रहे छात्रों का अभी ही एफएमजीई कराया जाए, जो छात्र पात्र नहीं मिले उन्हें तैयारी का समय देकर अगले सत्र के लिए तैयार कराएं।
ऑनलाइन और डीम्ड विवि में सिर्फ एक ही सत्र के लिए विशेष अनुमति से एमबीबीएस की सीटें बढ़ें। डिग्री पूरी होने पर एफएमजीई पास करने पर ही प्रैक्टिस की अनुमति हो।
एक विवि से दूसरे विवि में समान कोर्स में ट्रांसफर के लिए भी एलिजिबिलिटी (पात्रता) रिपोर्ट लगती है। इसमें देखा जाता है कि दोनों विवि का सिलैबस समान है या नहीं। मॉडर्न मेडिसिन में सभी जगह एनोटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, मेडिसिन, सर्जरी आदि विषय पढ़ाए जाते हैं। लेकिन, किस साल कौन से टॉपिक पढ़ाए गए ये एलिजिबिलिटी जांचने पर ही तय होगा।