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वन विभाग की जमीन पर स्कूल का कब्जा बताकर अफसरों ने मांगी 80 लाख की रिश्वत

locationइंदौरPublished: Nov 14, 2019 09:14:36 pm

रिकार्डिंग के आधार पर उप वन मंंडलाधिकारी, डिप्टी रेंजर व एक मध्यस्थ पर केस
 

इंंदौर. वन विभाग की जमीन पर कब्जे का आरोप लगाकर पहले नेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधन को नोटिस भेजा और फिर मामले को खत्म करने के लिए पहले साढ़े 12 लाख रुपए और फिर 80 लाख की मांग की गई। स्कूल प्रबंधन ने वन विभाग के अफसरों द्वारा मांगी गई राशि की पूरी बात रिकार्ड कर ली, एक लाख रुपए की रिश्वत देते हुए ट्रेप करने का प्रयास भी हुआ लेकिन अफसर बच गए। हालांकि रिश्वत की राशि की रिकार्डिंग थी जिसके आधार पर लोकायुक्त ने उप वन मंडलाधिकारी एल्विन बर्मन, डिप्टी रेंजर भगवानसिंह बडोले व मध्यस्थ शुभम अजमेरा के खिलाफ रिश्वत मांगने का केस दर्ज किया।
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीणसिंह बघेल के मुताबिक, स्कूल के सीईओ विनय तिवारी की शिकायत पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के अंतर्गत उप वन मंडलाधिकारी एल्विन बर्मन, डिप्टी रेंजर भगवानसिंह व शुभम के खिलाफ केस दर्ज किया। बातचीत की रिकार्डिंग में रिश्वत संबंधि मांग सही पाए जाने पर यह केस दर्ज हुआ है। अब सभी आरोपियों के वाइस रिकार्डिंग के सेंपल लेकर लैब से मिलान करने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
मामला एरोड्रम इलाके के नेशनल पब्लिक स्कूल से जुड़ा हुआ है। रिपोर्ट लिखाने वाले विनय तिवारी के मुताबिक, डेंटल कॉलेज व नेशनल पब्लिक स्कूल के सीईओ है। संचालक डॉ. रमेश बदलानी है जो इस समय जेल में है। विनय तिवारी के मुताबिक, 4 अप्रैल को वन विभाग के एल्विन बर्मन की ओर से स्कूल को नोटिस जारी हुआ था नोटिस में बताया गया था कि स्कूल ने वन विभाग की 62 बाय 25 स्क्वेयर फीट जमीन पर कब्जा किया है, इसे हटा ले अन्यथा हम तोड़ देंगे। इस पर उन्होंने अफसर से संपर्क किया। तिवारी के मुताबिक छह साल पहले भी नोटिस जारी हुआ था जिस पर नप्ती हुई तो वन विभाग की जमीन स्कूल गेट से 13 फीट दूर मिली जहां वन विभाग ने संकेतक भी लगाया है। इसके बाद भी नोटिस दिया गया। बर्मन से संपर्क किया तो उन्होंने मिलने बुलाया। बातचीत हुई तो अफसर ने कहा कि इस बार जीपीएस से नप्ती हुई है, स्कूल का कब्जा मिला है। तिवारी का आरोप है कि बाद में अफसर ने मामले को रफा दफा करने व स्थायी हल निकालने के लिए 10 लाख रुपए की मांग की, अन्य लोगों को भी बांटने के लिए ढ़ाई लाख अलग मांगे। बााद में कहा कि उनकी ओर से शुभम अजमेरा बात करेंगे और शुभम से बात कराई। बाद में उनकी ओर से शुभम बात करने लगा। शुभम ने मामला बड़ा होने की बात कहकर 30 लाख रुपए मांगे। तिवारी ने इस पर 23 अप्रैल को ही लोकायुक्त डीएसपी बघेल को सूचना दे दी थी।

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