इंदौर निगम से लगे गांव जनपद में आते हैं, जहां पर नई कॉलोनियों व टाउनशिप की बाढ़ आई हुई है। एक तरह से कहा जा सकता है कि नया इंदौर पंचायतों में ही बस रहा है। इसके साथ भ्रष्टाचार भी चरम पर है। बिना पैसे के नक्शा पास कराना आसान नहीं है। सैकड़ों नक्शे जनपद कार्यालयों में धूल खा रहे हैं तो मकान बनाने वाले अपनी चह्रश्वपलें घिस-घिसकर परेशान हो रहे हैं। जिसको जल्दी है और बैंक से लोन ले लिया, वे घूस देकर अपना काम करवा लेते हैं। इसका खुलासा कुछ ही महीनों में दो इंजीनियरों के रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ाए जाने की घटना से हो रहा है।
इस बीच में इंदौर जनपद कार्यालय का एक ओर कारनामा सामने आ गया। साढ़े तीन साल पहले उमरिया खुर्द पंचायत में सरपंच संतोष ठाकुर के साथ एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए सचिव रामेश्वर यादव रंगेहाथ पकड़ा गया था। उसके कुछ दिनों पहले मिर्जापुर पंचायत का सचिव विनोद प्रजापति मकान का नक्शा पास करने के एवज में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। चौंकाने वाली बात ये है कि ये दोनों ही सचिव आज तक सस्पेंड नहीं हुए, जबकि कार्रवाई के बाद लोकायुक्त पुलिस ने बकायदा जनपद को पत्र भी लिखा था। कार्रवाई के नाम पर यादव को देपालपुर जनपद तो प्रजापत को सांवेर जनपद में पदस्थ कर दिया गया। कायदे से दोनों को सस्पेंड किया जाना चाहिए था। उसके बाद जब तक केस चलता, आधी तनख्वाह दी जानी चाहिए। आज तक दोनों को पूरी तनख्वाह मिल रही है।
दोषियों पर होना चाहिए कार्रवाई
सचिवों के रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार होने व लोकायुक्त का पत्र आने के बाद सांठगांठ कर सस्पेंड नहीं होने दिया गया। ऐसी हरकत करने वाले अफसरों के खिलाफ जांच की जानी चाहिए और उन पर भी कार्रवाई की जाना चाहिए। शासन को तनख्वाह के रूप में लाखों रुपए चपत लग गई, जिसकी वसूली भी ऐसे ही अफसरों से की जाना चाहिए।
सचिवों के रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार होने व लोकायुक्त का पत्र आने के बाद सांठगांठ कर सस्पेंड नहीं होने दिया गया। ऐसी हरकत करने वाले अफसरों के खिलाफ जांच की जानी चाहिए और उन पर भी कार्रवाई की जाना चाहिए। शासन को तनख्वाह के रूप में लाखों रुपए चपत लग गई, जिसकी वसूली भी ऐसे ही अफसरों से की जाना चाहिए।
विकास की बजाय नक्शे पर फोकस
ग्रामीण क्षेत्र में विकास के लिए जिला पंचायत और जनपदों में अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति पर इंजीनियरों को रखा जाता है। विकास तो दूर ये नक्शे के खेल में जुट जाते हैं। छह माह पहले ग्रामीण विकस विभाग की महिला इंजीनियर गीता विजयवर्गीय भी नक्शा पास फरने के एवज में रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ी थी। पांच दिन पहले लोकायुक्त पुलिस ने जनपद पंचायत इंदौर के उपयंत्री विजय पिता भारतसिंह परिहार को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। प्रदीप पिता दिनेश तिवारी निवासी अंबिकापुरी मेन रोड की शिकायत थी कि 151 अखंड दीप कॉलोनी नेनौद के प्लॉट का नक्शा पास कराने के एवज में रिश्वत मांग रहे थे। इसी प्रकार कई पीडि़त हैं, जिनके नक्शे इंजीनियरों की टेबल पर रखे हैं, लेकिन व्यवहार नहीं होने की वजह से पास नहीं हो रहे हैं। कुछ तो मजबूरी में व्यवहार निभाकर नक्शा पास करा लेते हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में विकास के लिए जिला पंचायत और जनपदों में अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति पर इंजीनियरों को रखा जाता है। विकास तो दूर ये नक्शे के खेल में जुट जाते हैं। छह माह पहले ग्रामीण विकस विभाग की महिला इंजीनियर गीता विजयवर्गीय भी नक्शा पास फरने के एवज में रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ी थी। पांच दिन पहले लोकायुक्त पुलिस ने जनपद पंचायत इंदौर के उपयंत्री विजय पिता भारतसिंह परिहार को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। प्रदीप पिता दिनेश तिवारी निवासी अंबिकापुरी मेन रोड की शिकायत थी कि 151 अखंड दीप कॉलोनी नेनौद के प्लॉट का नक्शा पास कराने के एवज में रिश्वत मांग रहे थे। इसी प्रकार कई पीडि़त हैं, जिनके नक्शे इंजीनियरों की टेबल पर रखे हैं, लेकिन व्यवहार नहीं होने की वजह से पास नहीं हो रहे हैं। कुछ तो मजबूरी में व्यवहार निभाकर नक्शा पास करा लेते हैं।
ऐसा है तो करवाऊंगा जांच
मिर्जापुर और उमरिया खुर्द के पंचायत सचिवों के रिश्वत लेने का मामला मेरे इंदौर में पदस्थ होने से पहले का है। दोनों की फाइल बुलाकर जांच करवाऊंगा। वहीं, बात रही नैनोद की कॉलोनी में मकान का नक्शा पास करने के एवज में घूस लेते पकड़ाए विजय पिता भारतसिंह परिहार की तो लोकायुक्त का पत्र आते ही सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी। उससे पहले रिश्वत लेते पकड़ाने वाली गीता विजयवर्गीय को उनके मूल विभाग में भेज दिया है और कार्रवाई के लिए लिखा जा चुका है।
-गोपाल प्रजापत, सीईओ इंदौर जनपद
मिर्जापुर और उमरिया खुर्द के पंचायत सचिवों के रिश्वत लेने का मामला मेरे इंदौर में पदस्थ होने से पहले का है। दोनों की फाइल बुलाकर जांच करवाऊंगा। वहीं, बात रही नैनोद की कॉलोनी में मकान का नक्शा पास करने के एवज में घूस लेते पकड़ाए विजय पिता भारतसिंह परिहार की तो लोकायुक्त का पत्र आते ही सस्पेंड करने की कार्रवाई की जाएगी। उससे पहले रिश्वत लेते पकड़ाने वाली गीता विजयवर्गीय को उनके मूल विभाग में भेज दिया है और कार्रवाई के लिए लिखा जा चुका है।
-गोपाल प्रजापत, सीईओ इंदौर जनपद