मध्यप्रदेश बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को जमानत की खबर मिलते ही इंदौर में उनके समर्थक उतावले हो गए और ढोल-नगाड़ों के साथ सड़क पर उतर आए और आकाश विजयवर्गीय जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इस दौरान एक शख्स हाथ में बंदूक लेकर हाथ में फायरिंग करता दिख रहा है। वीडियो में दिख रहा ये शख्स बंदूक में कारतूस लोड करता दिख रहा है फिर बड़े खतरनाक अंदाज में गोली चला रहा बहै। इस दौरान आकाश विजयर्गीय के समर्थक बीजेपी का झंड़ा लेकर नाच गा रहे थे।
आकाश ने कहा- अब नहीं करूंगा बल्लेबाजी
जेल से बाहर आने के बाद आकाश विजयवर्गीय ने कहा- ‘मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि मुझे दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दें। अब गांधीजी के दिखाए रास्ते पर चलने की कोशिश करूंगा। जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने माला पहनाकर आकाश का स्वागत किया। रविवार को जेल प्रशासन ने आकाश को तय समय से डेढ़ घंटे पहले यानी साढ़े सात बजे ही रिहा कर दिया, ताकि जेल के बाहर भीड़ ना हो।
जेल से बाहर आने के बाद आकाश विजयवर्गीय ने कहा- ‘मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि मुझे दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दें। अब गांधीजी के दिखाए रास्ते पर चलने की कोशिश करूंगा। जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने माला पहनाकर आकाश का स्वागत किया। रविवार को जेल प्रशासन ने आकाश को तय समय से डेढ़ घंटे पहले यानी साढ़े सात बजे ही रिहा कर दिया, ताकि जेल के बाहर भीड़ ना हो।
26 जून को हुए थे गिरफ्तार
इंदौर नगर निगम ( Municipal Corporation ) के अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने पर 26 जून के उन्हें गिरफ्तार किया गया था। भोपाल की विशेष अदालत ने भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत शनिवार को ही दे दी थी। लेकिन ‘लॉक-अप’ के तय समय तक स्थानीय जेल प्रशासन को उनकी जमानत का अदालती आदेश नहीं मिल पाने के कारण विजयवर्गीय को चौथी रात भी जेल में गुजारनी पड़ी थी। जेल सूत्रों की जानकारी के अनुसार, शनिवार को आकाश विजयवर्गीय ने जेल में स्वातंत्रता संग्राम सेनानियों की किताबें पढ़ी और कई लोग उनसे मिलने के लिए जेल में आए।
इंदौर नगर निगम ( Municipal Corporation ) के अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने पर 26 जून के उन्हें गिरफ्तार किया गया था। भोपाल की विशेष अदालत ने भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत शनिवार को ही दे दी थी। लेकिन ‘लॉक-अप’ के तय समय तक स्थानीय जेल प्रशासन को उनकी जमानत का अदालती आदेश नहीं मिल पाने के कारण विजयवर्गीय को चौथी रात भी जेल में गुजारनी पड़ी थी। जेल सूत्रों की जानकारी के अनुसार, शनिवार को आकाश विजयवर्गीय ने जेल में स्वातंत्रता संग्राम सेनानियों की किताबें पढ़ी और कई लोग उनसे मिलने के लिए जेल में आए।