शहर में महंगे प्लॉट पर घर बनाना महंगा सौदा साबित होते जा रहा हैं। मकान बनाने में सबसे महत्वपूर्ण सीमेंट के दाम अप्रैल तक प्रति बोरी दाम 300 रुपए के आसपास थे। 4 अप्रैल से कंपनियों ने दो-पांच रुपए की बढ़ोतरी करते-करते एक माह में प्रति बोरी 60 से 70 रुपए बढ़ा दिए। क्रेडाई के विजय गांधी ने कहा, सीमेंट के दाम बढऩे से प्रोजेक्ट की कीमत मंें भी अंतर आता है। आर्किटेक्ट अतुल सेठ का कहना है कि इस समय सीमेंट ही नहीं रेत और लोहे के दाम भी फर्क कर रहे हैं। बीते एक साल में लोहे की कीमत 10-12 प्रतिशत बढ़ गई।
रैक आने में देरी का असर शहर में प्रति दिन सीमेंट के दो-तीन रैक आते हैं। बताया जा रहा है, मार्च-अप्रैल से मांग में कमी आने और उत्पादन प्रभावित होने से दाम बढ़ाए जा रहे हैं। रैक की संख्या में भी कमी आ रही हैं। आम तौर पर इन दिनों सीमेंट की मांग कम होती हैं, कंपनियां इसे दाम बढ़ाने का आधार बना लेती हैं। क्योंकि पानी की कमी होने से निर्माण कार्योंं की गति धीमी होने लगती हैं। वहीं रेती के दाम भी धीरे-धीरे बढऩे लगे हैं। ४०-४२ रुपए फीट मिलने वाली रेती, ४८-५२ रुपए तक पहुंच गई है।
प्रमुख मटेरियल के दाम रेत : 48-52 रुपए प्रति फीट
सीमेंट : 340-380 रुपए प्रति बोरी
लोहा : 4800 से 4900 रुपए प्रति क्विंटल एक माह पहले लागत : 1100 से 1200 रुपए अब 1250 रुपए प्रति वर्गफीट तक।
सीमेंट : 340-380 रुपए प्रति बोरी
लोहा : 4800 से 4900 रुपए प्रति क्विंटल एक माह पहले लागत : 1100 से 1200 रुपए अब 1250 रुपए प्रति वर्गफीट तक।