चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो गए हैं जिसके चलते माता मंदिरों में भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। घरों में भी विशेष पूजा करके घटों की स्थापना की गई। कई ने व्रत माता मंदिर, अन्नपूर्णा, वैष्णोदेवी, भी रखा जो बिना खाए-पिए तपस्या कालिका माता मंदिर, हरसिद्धि मंदिर भी करते हैं। में माता का विशेष श्रृंगार किया गया माता मंदिरों में भी थे। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने घरों पर भी घट स्थापना की। माता भक्तों के आज से नौ दिनी कठोर उपवास भी रखे। माना जाता है कि ऐसा करने पर माता इच्छा अनुसार फल देती हैं जिसके चलते विशेष पूजा-पाठ वर्ष में चार नवरात्र आते हैं, तो मंदिरों को फूलों से सजाया गया जिसमें चैत्र नवरात्र का खासा महत्व था। मंदिरों में भक्तों के पहुंचने का माना जाता है। इसके चलते बड़ी सिलसिला सुबह 5.30 बजे से शुरू नवरात्र भी कहा जाता है। इन दिनों हो गया था। कुछ समय बाद हुई है। मंदिरों में आयोजन भी रखे गए मनोकामना के लिए कठिन तप किया आरती में बड़ी संख्या में भक्त जाता है। आज सुबह से बिजासन मौजूद थे
चैत्र नवरात्र आज से शुरू हो गए हैं जिसके चलते माता मंदिरों में भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। घरों में भी विशेष पूजा करके घटों की स्थापना की गई। कई ने व्रत माता मंदिर, अन्नपूर्णा, वैष्णोदेवी, भी रखा जो बिना खाए-पिए तपस्या कालिका माता मंदिर, हरसिद्धि मंदिर भी करते हैं। में माता का विशेष श्रृंगार किया गया माता मंदिरों में भी थे। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने घरों पर भी घट स्थापना की। माता भक्तों के आज से नौ दिनी कठोर उपवास भी रखे। माना जाता है कि ऐसा करने पर माता इच्छा अनुसार फल देती हैं जिसके चलते विशेष पूजा-पाठ वर्ष में चार नवरात्र आते हैं, तो मंदिरों को फूलों से सजाया गया जिसमें चैत्र नवरात्र का खासा महत्व था। मंदिरों में भक्तों के पहुंचने का माना जाता है। इसके चलते बड़ी सिलसिला सुबह 5.30 बजे से शुरू नवरात्र भी कहा जाता है। इन दिनों हो गया था। कुछ समय बाद हुई है। मंदिरों में आयोजन भी रखे गए मनोकामना के लिए कठिन तप किया आरती में बड़ी संख्या में भक्त जाता है। आज सुबह से बिजासन मौजूद थे