गर्मी से कुछ राहत दिला सकता है
नौतपा मानसून का गर्भकाल माना जाता है। रोहिणी नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा इस दौरान सूर्य के प्रभाव में आ जाता है। जिससे प्रचंड गर्मी पड़ती है। रोहिणी का तपनकाल 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक रहेगा। इस समयावधि में शुक्र अस्त हो रहा है। जो गर्मी से कुछ राहत दिला सकता है। शुक्र के अस्त होने से सूरज की प्रचंडता में कमी आ सकती है। प्रारंभ के कुछ दिन सूरज के तेवर तेज रहेंगे। किंतु मांसांत तक तेवर धीरे-धीरे नरम पड़ने लगेंगे। आंधी, तूफान, तेज हवा के साथ वर्षा होगी। प्राकृतिक आपदाओं से जनजीवन प्रभावित होगा। 26 मई से शनि मंगल का द्विद्वादश योग बन रहा है। जो आग में घी का काम करेगा।
सूरज ने पहले ही दिखाए तेवर, पारा 42.4
नौतपा से एक दिन पहले ही आग उगलते हुए सूरज ने अपने तेवर दिखाए। रविवार को दिन का पारा सामान्य से 2 डिग्री ऊपर रहते हुए 42.24 डिग्री पर पहुंच गया। तापमान में बढ़ोतरी को लेकर हवाओं का बदला पैटर्न और बढ़ावा दे रहा है। मौसम विभाग की मानें तो 28 मई तक गर्मी का कहर जारी रहेगा। तापमान 43 पार हो सकता है। न्यूनतम पारा 27.6 रिकॉर्ड किया गया। सामान्य तौर पर मई के अंतिम सप्ताह में पारा गर्म आने लगता है। क्योंकि उत्तर कि मैदानी और पश्चिम से रेगिस्तानी हवाएं चलने लगती है। इसका असर मई के आखिरी तक बना रहता है। बीते 3 दिनों से मालवा, निमाड़ अंचल में हवाएं कहर बरपाए हुए हैं।