डॉक्टरों के मुताबिक शहर में मौसमी बीमारियों से हर कोई ग्रसित रहा है। ये हर इंसान को प्रभावित करती हैं। जिससे लोग घर के अंदर ही रहते हैं। जनरल फिजिशियन डॉ. महेंद्र झा ने कहा ये बीमारियां संक्रमण हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती हैं। मौसम के मिजाज से आंखों में संक्रमण और वायरल फीवर भी बढ़ जाता है। मलेरिया फैलाने में मच्छर भी अपनी भूमिका निभाते हैं। शहरी क्षेत्रों में जलभराव भी मच्छरों को बढ़ाने में मदद करता है। चाचा नेहरू अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. हेमंत जैन ने बताया कि मौसमी बीमारियों से प्रभावित बच्चों की संख्या बढ़ रही है और माता-पिता को सावधान रहने की जरूरत है। परिवार के किसी भी सदस्य को खांसी और सर्दी होने पर अपने बच्चों को अलग रखना चाहिए।
15 हजार से अधिक मरीज इधर, शहर के बड़े अस्पताल एमवाय में भी मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो गई है। आमतौर पर 1000 से 1200 मरीज उपचार के लिए आते हैं, लेकिन वर्तमान में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है और हर दिन 1500 से अधिक मरीज अलग- अलग बीमारियों का उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने दी सलाह दूसरी ओर सीएमएचओ डॉ. बीएस सैतिया ने कहा कि इस मौसम में होने वाली बीमारियां खतरनाक साबित हो सकती हैं। इससे सावधानी बरतने की आवश्यकता है, लापरवाही जानलेवा हो सकती है। उन्होंने अपील की है कि मौसमी बीमारियों से बचने के लिए बारिश में ज्यादा देर तक न भीगें, गीले होने से बचें, भीगने पर शरीर को साफ-कपड़े से पोंछें, तुरंत कपड़े बदलें। कोई भी बीमारी होने पर चिकित्सक को अवश्य दिखाएं, जिससे रोग की पहचान की जा सके।