scriptगंभीर नदी में केमिकल : पीथमपुर सेक्टर-1 से आया था केमिकल युक्त पानी | Chemical in Gambhir River: Chemical-rich water came from Pithampur Sec | Patrika News

गंभीर नदी में केमिकल : पीथमपुर सेक्टर-1 से आया था केमिकल युक्त पानी

locationइंदौरPublished: Oct 23, 2019 10:31:17 pm

गांव के नाले में मिला केमिकलयुक्त पानीयशवंतसागर का पानी पीने योग्य

lal pani

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इंदौर.
कलारिया गांव में गंभीर नदी में केमिकल और उसके बाद पूरे पानी का रंग लाल होने के मामले में नगर निगम जहां इसके स्त्रोत का पता लगाने में जुटा हुआ है। वहीं दूसरी ओर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी बुधवार को अपनी टीमें इसकी जानकारी जुटाने में लगाई। वहीं अभी तक हुई जांच में जहां यशवंतसागर का पानी पीने योग्य पाया गया। वहीं गंभीर नदी में मिले केमिकल की पड़ताल अभी तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नहीं कर पाया है।
नगर निगम की तीन टीमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कर्मचरियों के साथ मिलकर बुधवार को भी कलारिया गांव के आगे गंभीर नदी में मिले केमिकल के स्त्रोत का पता लगाने में जुटी रहीं। ये टीमें गंभीर नदी में मिलने वाले नालों के किनारों और फैक्ट्रियों के आसपास पूरे समय घूमती रहीं। गंभीर में मिलने वाले जीराखान नाले से ये पानी नदी में मिलता हुआ पाया गया था। इसकी जांच करते हुए टीम जब आगे पहुंची तो ये पानी इस नाले में पीथमपुर सेक्टर-1 से आ रहे एक दूसरे नाले से लाल पानी आता दिखा। ये पानी पीथमपुर सेक्टर-1 स्थित चौकसे मोहल्ला तक लाल था उसके आगे के हिस्से में पानी साफ था।
यशवंतसागर के पानी की लगातार होती रही जांच
कलारिया में गंभीर नदी में लाल पानी मिलने के बाद नगर निगम यशवंतसागर से शहर को भेजे जाने वाले पानी को लेकर गंभीर है। मंगलवार को ही यशवंतसागर के पानी के सेंपल नगर निगम ने लिए थे। वहीं बुधवार को भी शहर में पानी वितरण के पहले लेने के बाद सुबह पानी बांटने के पहले भी पानी की जांच करवाई गई। उसके बाद सुबह और शाम को दोनों समय पानी की जांच करवाई गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पानी पीने योग्य बताए जाने के बाद ही इसको पंप करने और फिल्टर करने का काम किया गया।
केमिकल कौन सा ये अभी नहीं हो पाया साफ
नदी में जो केमिकल का पानी मिलाया गया है, उसकी जांच का काम अभी भी जारी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मंगलवार को जो सेंपल लिए थे, उसकी जांच का काम जारी है। इसमें वर्तमान में आक्सीजन की मात्रा तो सही पाई गई है, लेकिन मेग्निशियम की मात्रा भी कम है। वहीं दूसरी ओर आयरन और अन्य धातु की मात्रा ज्यादा है। इसके चलते अब इस तरह का काम करने वाली कंपनियों की भी जांच का काम गुरूवार से शुरू होगा।
कलारिया में पानी का रंग आज भी रहा लाल
वहीं कलारिया जहां मंगलवार सबसे पहले गंभीर नदी का पानी लाल रंग का पाया गया था। वहां बुधवार को भी पानी का रंग लाल था। हालांकि इसका रंग थोड़ा कम गहरा था। वहीं पीछे से केमिकलयुक्त पानी अभी भी लगातार आ रहा है। वहीं पानी की जांच का काम लगातार जारी है।
दवा और टेक्सटाइल कंपनियों की हुई जांच
वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों की एक टीम सुबह से ही पीथमपुर क्षेत्र की ड्रग्स कंपनियों के साथ ही इस क्षेत्र में मौजूद टेक्सटाइल कंपनी में भी जांच की। यहां के पानी के सेंपल भी लिए गए। इन सेंपल की भी जांच की गई। हालांकि इनमें से किसी भी सेंपल का नदी में मिले पानी के सेंपल से मिलान नहीं हो पाया है। जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों द्वारा जांच की जा रही है।
0 पानी छोडऩे वालों की लगातार जांच की जा रही है। हमने बुधवार को पीथमपुर क्षेत्र की फैक्ट्रियों की जांच भी की थी। पानी कहां से छोड़ा गया, वो जगह तो पता चल गई है, लेकिन किसने छोड़ा ये अभी तक सपष्ट नहीं हो पाया है। हम जांच कर रहे हैं।
– सुनील श्रीवास्तव, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
0 हम पानी को गंदा करने वालों की जांच कर रहे हैं, बुधवार को भी टीमें पीथमपुर क्षेत्र में गई थी। हम इसकी पूरी पड़ताल कर रहे हैं। साथ ही सुबह और शाम दोनों समय यशवंतसागर के पानी की भी जांच करवाई जा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पानी की जांच करने के बाद ही हम इसका पानी वितरण कर रहे हैं।
– बलराम वर्मा, प्रभारी जलकार्य विभाग
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