दौडऩे दो नन्हे कदमों को खुले मैदानों में जनाब, जिदंगी बहुत भगाती है बचपन गुजर जाने के बाद। चिल्ड्रंस डे के मौके पर जुड़वंा भाई रणविजय व रणवीर कुरील अपने दोस्त रियांश अदचित्रे के साथ दौड़ लगाते वक्त शायद यही सोच रहे होंगे।
दौडऩे दो नन्हे कदमों को खुले मैदानों में जनाब, जिदंगी बहुत भगाती है बचपन गुजर जाने के बाद। चिल्ड्रंस डे के मौके पर जुड़वंा भाई रणविजय व रणवीर कुरील अपने दोस्त रियांश अदचित्रे के साथ दौड़ लगाते वक्त शायद यही सोच रहे होंगे।