पुलिस के मुताबिक शिप्रा निवासी जितेंद्र पटेल व साथियों ने कंचन विहार स्थित जी लाइफ इंडिया डेवलपर्स एंड कॉलोनाइजर की शिकायत की थी। जांच के बाद रविवार रात पुलिस ने कंपनी के गिरीराज पांडे, दीपक शर्मा निवासी राजगढ़, यज्ञप्रसाद शर्मा निवासी सारंगपुर, अमानत अली निवासी गुना, सुनील शर्मा व राजेश शर्मा निवासी राजगढ़ के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। कंपनी ने इंदौर सहित प्रदेश के कई शहरों, राजस्थान व अन्य राज्यों में वर्ष 2010 में काम शुरू किया। कंपनी ने निवेशकों को तीन से पांच साल में दोगुना राशि लौटाने का लालच देकर कंपनी में पैसा जमा कराने का झांसा दिया। पैसा जमा करा चुके लोगों ने समय पूरा होने पर जब कंपनी के ऑफिस पर संपर्क किया तो सभी को जल्द ही पैसा लौटा देने की बात कह टालते रहे। जनवरी 2017 में ऑफिस बंद कर रातोंरात कंपनी के लोग भाग गए। पीडि़त लोग काफी समय तक ऑफिस के चक्कर लगाने के बाद शिकायत करने पहुंचे।
कमीशन का लालच भी दिया
जांच में आया कि निवेश करने वालों को कंपनी कहती कि अगर वे अन्य लोगों से भी निवेश करवाएंगे तो उन्हें कमीशन मिलेगा। प्रचार-प्रसार के लिए मीटिंग व सेमिनार आयोजित होते थे। हर जिले में कंपनी अपने ऑफिस संचालित कर रही थी। एमआइजी पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू की है।
जांच में आया कि निवेश करने वालों को कंपनी कहती कि अगर वे अन्य लोगों से भी निवेश करवाएंगे तो उन्हें कमीशन मिलेगा। प्रचार-प्रसार के लिए मीटिंग व सेमिनार आयोजित होते थे। हर जिले में कंपनी अपने ऑफिस संचालित कर रही थी। एमआइजी पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू की है।
30 लाख की फिरौती मांगने वाला बदमाश सांवेर से गिरफ्तार
राजस्थान के श्रीगंगानगर में व्यापारी से 30 लाख की फिरौती की मांगने के आरोप में नगर के भरत परमार को गिरफ्तार किया गया है। उसने लायंस ग्रुप के गैंगस्टर माया भाई के नाम से अपनी पहचान बताते हुए व्यापारी को जान से मारने की धमकी देते हुए फिरौती मांगी थी।
राजस्थान के श्रीगंगानगर में व्यापारी से 30 लाख की फिरौती की मांगने के आरोप में नगर के भरत परमार को गिरफ्तार किया गया है। उसने लायंस ग्रुप के गैंगस्टर माया भाई के नाम से अपनी पहचान बताते हुए व्यापारी को जान से मारने की धमकी देते हुए फिरौती मांगी थी।