भारत के सबसे स्वच्छ शहर का चार बार खिताब हासिल कर चुके इंदौर के लिए यह एक और अनूठी उपलब्धि होगी। पूरे देश में यह पहला ऐसा प्लांट होगा जहां शहर से इकट्ठा किए हुए कचरे से सीएनजी गैस बनाई जाएगी और उससे बसें चलाई जाएगी।
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नगर निगम को होगी डेढ़ करोड़ की आय!
प्लांट अगले माह से सीएनजी का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसे पीपीपी मॉडल के तहत लगभग 150 करोड़ की लागत से एनवायरमेंटल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज लिमिटेड दिल्ली द्वारा स्थापित किया गया है। नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि, वर्तमान में शहर से लगभग 610 मेट्रिक टन गीला कचरा प्रतिदिन निकल रहा है, जिसमें से 550 मीटर टन कचरे से सीएनजी गैस बनाई जाएगी। कंपनी से हुए अनुबंध के तहत 50 प्रतिशत सीएनजी गैस कंपनी द्वारा बाजार दर से ₹5 प्रति लीटर कम दर पर नगर निगम को दी जाएगी, जिससे शहर की सिटी बसें चलाई जाएंगी। वहीं, इस प्लांट से नगर निगम को प्रतिवर्ष लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की आए भी होगी।
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