15 वर्ष तक विपक्ष में रहकर कांग्रेस ने संघर्ष किया और वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में सत्ता हासिल की, लेकिन महज 15 महीने में कांग्रेस की सरकार गिर गई। जिस समय कांग्रेस की सरकार बनी थी, उस समय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने एक पत्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ को लिखा था। यह पत्र युवा कांग्रेस के 17 पूर्व लोकसभा अध्यक्षों को मुख्य संगठन से जोडक़र काबिलियत के हिसाब से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने को लेकर था, लेकिन इस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अब इन युवा कांग्रेस के पूर्व लोकसभा अध्यक्षों को मुख्य संगठन से जोडऩे का बीड़ा विधायक सज्जन सिहं वर्मा और प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने उठाया है। इसके चलते इन दोनों ने मिलकर कल भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष से इन पूर्व लोकसभा अध्यक्षों की मुलाकात करवाई।
इनमें इंदौर से अमन बजाज, उज्जैन से हेमंत चौहान, बालाघाट से नितिन भोज, जबलपुर से शशांक दुबे, धार से राधेश्याम मुवेल, मंडला से अभिनव चौरसिया, झाबुआ से आशीष भूरिया, सीधी से रंजना मिश्रा, सतना से राजदीप सिंह मोनू , होशंगाबाद से सतपाल पलिया, शहडोल से अजय अवस्थी, बैतूल से लवलेश राठौर, मुरैना से सौरभ सोलंकी और भिंड से अनिरुद्ध प्रताप सिंह आदि मौजूद थे। इन पूर्व अध्यक्षों ने मुलाकात कर भविष्य में अपनी जिम्मेदारी और आगामी चुनावों में अपनी भूमिका पर विस्तृत चर्चा कर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया। साथ ही विधानसभा चुनाव लडऩे, संगठन में काम करने व अध्यक्ष बनने को लेकर दावेदारी की। इस पर नाथ ने सभी से कहा कि तुम्हारे रिपोर्ट कार्ड को देख जिम्मेदारी दी जाएगी। रही बात चुनाव लडऩे की तो जो अपने क्षेत्र में अच्छा प्रभाव रखेगा, उसके नाम पर भी विचार किया जाएगा।
सज्जन वर्मा करेंगे सूची तैयार प्रदेशाध्यक्ष से मुलाकात के बाद एक लिस्ट तैयार करने की जिम्मेदारी विधायक सज्जन वर्मा को दी गई है। यह लिस्ट युवा कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष रहते नेताओं ने क्या-क्या काम किए, इसके आधार पर बनेगी। इसके बाद ही इन पूर्व अध्यक्षों को कांग्रेस में काम दिया जाएगा जो कि पिछले लंबे समय से खाली बैठे हैं।