फेमस डांसर रागिनी मख्खर के ग्रुप नादयोग के 16 स्टूडेंटस करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व
इंदौर. भारतीय संस्कृति की पहचान है यहां की विविध और अद्भुत नृत्य कलाएं। सारी दुनिया में भारतीय नृत्य कलाओं का सम्मानीय स्थान है। कथक अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है। नादयोग के 16 विद्यार्थी यूरोप के चर्चित कल्चरल इवेंट इंटरनेशनल समर फेस्टिवल मीट द ट्रेडिशन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस ग्रुप में 4 म्यूजिशियन और 12 डांसर शामिल हैं। 16 लोगों की ये टीम 12 देशों में कथक नृत्य प्रस्तुत करेंगी, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, लैंडमार्क, बेल्जियम, बुलगारिया और रशिया शामिल हैं। इसमें सबसे कम उम्र की डांसर 9 साल की चांदनी जैन हैं। नादयोग की डायरेक्टर रागिनी मख्खर ने बताया कि 17 दिन का टूर है, जिसकी शुरुआत 14 जुलाई को होगी। इस ग्रुप में 11 लड़कियां और 5 लड़के शामिल हैं जिनमें हेमंत मख्खर, गौतम सिंह राज, जयंत मख्खर, किशोर जवादे, नवनीत जोशी, पलक कौर, नंदिनी गोयल, चांदनी जैन, तान्या मंडलोई, विदुषी डावर, उर्वशी दिघे, प्रियांशी मिश्रा, तनिषा चोपड़ा, वंशिता माथुर हैं। रागिनी ने बताया कि इस इवेंट में अपना बेस्ट देने के लिए वे 6 महीने से प्रैक्टिस कर रहे हैं। टीम मेंबर्स सुबह 8.30 बजे से रात 10 बजे तक प्रैक्टिस करते हैं।
नृत्य में मौसम के रंग
रागिनी ने कहा कि हम कथक में भारत की अलग-अलग ऋतुओं का वर्णन करेंगे। इसके अलावा चतुरंग, रिदम कोलाज, कंटेम्परी तराना का प्रदर्शन करेंगे। हमने डांस में टेक्निकली लाइट और साउंड पर बहुत काम किया है और पौशाकों में इंडियन ट्रेडिशनल कलर के साथ ट्रायो कलर सिलेक्ट किए हैं जिससे कि हम भारत की रंगीन संस्कृति से दुनिया को रूबरू करवा सके। हमारे ग्रुप का सिलेक्शन मीट द ट्रेडिशन में ट्रेडिशनल फोटोग्राफी के लिए भी किया गया है।
9 साल की चांदनी का पैशन
वे बताती हैं कि हमारी टीम में सबसे छोटी उम्र की पार्टिसिपेंट है चांदनी जैन। वह इस डांस टूर को लेकर काफी उत्साहित है और तेज बुखार होने के बावजूद भी उसने प्रैक्टिस नहीं छोड़ी थी। रागिनी के पिता आशीष जैन ने कहा कि ये हमारे लिए गौरव की बात है कि इतनी कम उम्र में हमारी बेटी विदेश में इंडिया को रिप्रजेंट कर रही है।