आलम यह कि पुलिस ने दो सफाई कर्मचारियों को गिरफ्तार किया तो साथी कर्मचारियों ने थाने का घेराव कर दिया।
इंदौर। सोमवार को हुए हंगामे के बाद सफाई कर्मचारियों की दहशत दूसरे दिन भी जारी रही। आलम यह कि पुलिस ने दो सफाई कर्मचारियों को गिरफ्तार किया तो साथी कर्मचारियों ने थाने का घेराव कर दिया। इसके बाद नगर निगम मुख्यालय पर हंगामें की आशंका को देखते हुए मेन गेट बंद कराए गए। यहीं नहीं सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों को भी बुला लिया गया। करीब सवा दो घंटे तक निगम कार्यालय बंद गेट के अंदर ही संचालित हुआ।
सफाई कर्मचारियों द्वारा सोमवार को पूरे शहर, सहित निगम मुख्यालय पर किए गए हंगामे के बाद सफाई कर्मचारियों की शिकायत नगर निगम ने करवाई थी। इनमें से दो सफाई कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद मंगलवार को बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी छत्रीपुरा थाने पर पहुंच गए थे। इसी बीच निगम के अफसरों को किसी ने सूचना दी कि ये कर्मचारी निगम मुख्यालय पर आ सकते हैं।
इस सूचना के मिलते ही नगर निगम के अधिकारी भी डर गए थे। अहतियातन निगम के सभी गेट बंद करवा दिए गए थे। साथ ही निगम की रिमूवल गैंग के कर्मचारियों को भी गेट पर खड़ा कर दिया गया। वहीं तुरंत एमजी रोड पुलिस और पुलिस के वरिष्ष्ठ अफसरों को सूचना दी गई। उसके बाद भी दोपहर 3 बजे के लगभ बंद किए गए गेट शाम 5.15 बजे खोले गए। दो घंटे से भी ज्यादा समय तक निगम पूरी तरह से बंधक रहा। निगम में मौजूद आम लोग इस दौरान परेशान होते रहे।
चैन तक नहीं मिली निगम में
नगर निगम मुख्यालय के गेट को बंद करने के लिए कोई साधन ही नहीं था। निगम के अधिकारी कर्मचारी वॉकी टॉकी पर ताला लगाने के लिए लोहे की चैन के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन चैन नहीं मिली। इसके बाद एक कर्मचारी की साइकल में लगी चैन को निकालकर उससे गेट बंद किया गया।
बच्चों को जल्दी-जल्दी बाहर निकाला
जिस समय ये खबर मिली कि छत्रीपुरा थाने पर हंगामा चल रहा है, उस समय नगर निगम में लगभग 1 हजार सॉफ्टबॉल के खिलाड़ी मौजूद थे। ये सभी बच्चे राष्ट्रीय सॉफ्टबाल स्पर्धा में भाग लेने के लिए आए थे। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई का संदेश देते हुए रैली के रूप में स्पर्धा में शामिल होने जा रहे थे। वहीं सूचना मिलते ही तुरंत निगमायुक्त इसकी शुरूआत करने पहुंचे और उसके बाद निगम से रवाना हो गए।