महिला सशक्तिकरण के तहत आज से शहर में 100 ई रिक्शा चलाने की योजना शुरू हुई। यह ई रिक्शा सिर्फ महिलाएं ही चलाएंगीं। मुख्यमंत्री कमल नाथ के हाथों इन ई रिक्शाओं का वितरण पात्र महिलाओं को किया गया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, गृह मंत्री बाला बच्चन, पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन वर्मा, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी व नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह भी मौजूद थे।
ग्वालियर-जबलपुर में भी शुरू करेंगे योजना मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि ई रिक्शा इंदौर के बाद ग्वालियर, जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी। यह महिलाओं के रोजगार में महिला सशक्तिकरण से भी जुड़ा हुआ मुद्दा है। इंदौर ही नहीं पूरे प्रदेश को सुरक्षित किया जाएगा, जिसके लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। सुरक्षा के मामले में किसी तरह का इन्टॉलरेंस बर्दाश्त नही किया जाएगा। निर्भया मामले में सजा पर उन्होंने कहा कि दोषी पर कार्रवाई होना चाहिए। कार्यक्रम में मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि हमने देखा है जो योजना इंदौर से शुरू होती है वो फिर पूरे प्रदेश में सफल होती है। प्रदेश की हर नगर निगम में यह ई सवारी योजना लागू करेंगे। इसके बाद नगर पालिका और नगर पंचायत जहां-जहां डिमांड आएगी इस योजना के जरिए बेरोजगार महिलाओं को लाभ देंगे।
ई सफर में ये सुविधाएं… निगम और एआईसीटीएसएल द्वारा शहर में चलाने के लिए मुख्यमंत्री नाथ के हाथों जिन ई-रिक्शा का वितरण किया गया उनमें यात्रियों की सुविधा के लिए मुफ्त वाय-फाय, रेडियो एफएम, डिजिटल पेमेंट, ई टीएम मशीन से टिकटिंग, जीपीएस ट्रैकिंग और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा हैं। ई सफर के तहत चलने वाली रिक्शााओं की मॉनिटरिंग एआईसीटीएसएल के कंट्रोल सेंटर द्वारा की जाएगी। ई रिक्शा चलाने वाली महिलाओं की सुविधा के लिए संबंधित रूट पर सुपरवाइजर उपलब्ध रहेंगे। यह ई रिक्शा तीन घंटे चार्ज करने के पश्चात ८५ किलोमीटर चलेगी।