मुख्यमंत्री २८ अक्टूबर को भोपाल में रहकर ऑनलाइन पूरे प्रदेश के मोर्चा कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर के कार्यकर्ताओं से सवाल-जवाब भी हो सकते हैं। इसको लेकर पार्टी के सख्त निर्देश हैं कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ा जाए ताकि चुनाव में उसका लाभ मिल सके।
इसके चलते कल दीनदयाल भवन में मोर्चा अध्यक्ष मनस्वी पाटीदार ने बैठक बुलाई थी, जिसे लेने के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष व संभागीय प्रभारी गौरव रणदिवे पहुंचे। चर्चा में पाटीदार ने मुख्यमंत्री के टॉउन हाल कार्यक्रम की जानकारी दी। एक-एक कर सभी से संख्या का आंकड़ा लेना शुरू किया।
इस पर कुछ पदाधिकारियों ने २०० से ५०० तक की संख्या लिखाई। पंकज फतेहचंदानी ने ५० की संख्या बोली तो पाटीदार का कहना था कि इतने ही? बाद में धीरज ठाकुर से पूछा गया तो जवाब था सौ लोगों को लेकर आऊंगा। इस पर पाटीदार ने बोल दिया कि इतने से काम नहीं चलेगा। तुम्हारी तो ५०० की संख्या लाने की क्षमता है, जिस पर ठाकुर भड़क गए। कहना था कि मैं यहां बैठे कुछ लोगों की तरह गपबाज नहीं हूं। लिखाते बड़ी संख्या हंै, कार्यक्रम में अकेले चले आते हैं। इस पर जमकर ताली बज गई।
निक्की करोसिया का कहना था कि काम हम लोग करते हैं और हवाबाजी करने कुछ लोग खड़े हो जाते हैं। इशारा महामंत्री मयूरेश पिंगले की ओर था। इस पर उपाध्यक्ष अंकित परमार बीच-बचाव में खड़े हो गए। कहना था कि आपस में लड़ेंगे तो युवा मोर्चा कैसे चलेगा। पिंगलेश का कहना था कि ऊपर के नेताओं को हमारा काम हजम नहीं हो रहा है।
युवा मोर्चा एक परिवार है और घर का काम समझकर ताकत लगाना है। कुछ बड़े नेता हमें फ्लॉप करने में लगे हुए हैं। जैसे-तैसे आपसी खींचतान को खत्म किया गया। आखिर में रणदिवे का कहना था कि जब भी प्रदेश की बैठक होती है, तब इंदौर के बारे में पूछा जाता है तो मुझे रिपोर्ट देने में शर्मिंदगी महसूस होती है।
ऐसा कौन सा मंच था, जिस पर बड़ी संख्या में युवा मौजूद थे। कितने लोग थे आपको भी मालूम है और मुझे भी। आज जो बोओगे, कल वही काटोगे। योग्यता व योग में बहुत फर्क है। योग एक बार बनता है और योग्यता हमेशा रहती है।
फिर सामने आया 7500 का आंकड़ा
बैठक में तय हुआ कि रंगून गार्डन में कार्यक्रम होगा। इस पर कुछ कार्यकर्ताओं की आपत्ति थी। उनका कहना था कि इतनी दूर कैसे जाएंगे। वहीं आकड़ों की बात की गई तो पहले पांच हजार की संख्या सामने आई जिसे कम बताया गया तो कुछ पदाधिकारियों ने सौ-सौ, दो-दो सौ की संख्या बढ़ा कर उसे ७५०० पर पहुंचा दिया।
मजेदार बात ये है कि उसे परखने के लिए मंडलों के ब्लॉक बनाने की बात हुई तो नगर अध्यक्ष पाटीदार ने ही हाथ खड़े कर दिए। रणदिवे ने आखिर में बोल दिया कि इस कार्यक्रम में गड़बड़ हुई तो रिजल्ट भी तुरंत ही मिल जाएगा।