जानकारी के अनुसार प्लेटफार्म नंबर चार पर हाल ही में एस्कलेटर लगाया गया है। शनिवार सुबह एक निजी कोचिंग के चार-पांच विद्यार्थी आए और उल्टी दिशा में जाने के लिए बार-बार एस्कलेटर को बंद करने लगे। यहां मौजूद बिजली विभाग के कर्मचारी ने मना किया तो उससे बदसलूकी करने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि आरपीएफ जवानों को बुलाया गया। आरपीएफ थाने में सभी छात्रों को समझाइश देकर छोड़ दिया गया।
दिनभर होती है छेडख़ानी रेलवे अफसरों के अनुसार एस्कलेटर के साथ दिनभर छेडख़ानी होती है। यात्रियों को छोडऩे आने वाले, ऑटो चालक, बच्चे आदि बटन को बार- बार बंद चालू करते हैं। इसी तरह डेमू से अपडाउन करने वाले यात्रियों का एक ग्रुप है, जो बार- बार यह हरकत करता है। इसके अलावा यहां ट्रेन आने पर कुलियों द्वारा एक्सलेटर बंद कर दिया जाता है, ताकि लगेज मिल सके। इस तरह की हो रही घटनाओं के कारण यात्रियों को परेशान होना पड़ता है और इंदौर स्टेशन की साख भी खराब हो रही है।
प्रोजेक्ट के लिए ठेका देने की तैयारी स्टेशन पर लगे चार एस्कलेटर से हो रही छेड़छाड़ को रोकने के लिए कुछ महीने पहले एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। प्रोजेक्ट के अनुसार एक्सलेटर में तीन बदलाव किए जा रहे हैं। पहला यह है कि सेंसर अपडेट किए गए हैं, ताकि यात्री के आते ही एक्सलेटर चलने लग जाए। दूसरा यह है कि इमरजेंसी बटन को अब नीचे की ओर लगा दिया गया है, ताकि आसानी से बंद नहीं किया जा सके। तीसरा यह है कि एक्सलेटर में एक डिवाइस लगाया जा रहा है। जिससे एक्सलेटर बंद होने या फिर छेडख़ानी होने पर तत्काल एक प्री रिकार्डेड मैसेज रेल अफसरों तक पहुंच जाएगा।