एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाली चार युवतियां दोपहर को डीआईजी रूचिवर्धन मिश्र से शिकायत करने पहुंची। उन्होंने बताया कि वे सभी गोवा घुमने गई थी। 19 जनवरी को वहां से हंस ट्रेवल्स की बस में बैठकर शहर के लिए निकली। प्रत्येक युवती अपने साथ दो बोटल लीकर परमिट से लेकर आई थी। आरोप है रास्ते में बस रूकी तो पुलिस ने उनके ही सूटकेस और बेग चेक किए। शराब की बोतल मिलने पर सभी दुर्रव्यवहार करने लगे। आरोप है ड्राइवर मो हातिम व कंडक्टर ने पुलिस वालों से सेटिंग कर उनसे 50 हजार मांगे। पुलिस वालों के बेच पर कुछ नहीं दिख रहा था। फिर 15 हजार मांगे गए। इस दौरान ड्राइवर ने बस लेट होने पर उन्हें वहीं छोडऩे की बात कही। घबराकर युवतियों ने १३ हजार जुटाकर दिए। वहां से निकले तो रास्ते में देररात ड्राइवर ने बस रोकी। आरोप है उसने एटीएम से दो हजार निकालकर लाने को कहा। उक्त रुपए उसने रख लिए। पीडि़त बहनों का कहना था कि भविष्य में बस में किसी अन्य युवतियों के साथ यह घटना न हो इसलिए उन्होंने शिकायत की है। घटना सुन डीआईजी ने पीडि़त बहनों को तुकोगंज थाने जाने की बात कही।
युवतियों को सच्चाई पता करने के लिए फ्री में भेजूंगा 9 बोटल शराब लेकर युवतियां बस से आ रही थी। गोवा बार्डर पर चेकिंग हुई। वहां पुलिस वालों ने उन पर कार्रवाई करते हुए रुपए लिए। बस ड्राइवर और कंडक्टर की इसमें कोई गलती नहीं। युवतियां चाहे तो उन्हें फ्री में चेकिंग वाले स्थान पर भेज सकता हूं। वे खुद कार्रवाई की सच्चाई पता कर लें। आरोप गलत है। तरूण गुप्ता, संचालक हंस ट्रेवल्स