राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 2 अक्टूबर से लेकर 9 अक्टूबर तक प्रदेशभर में कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की थी। कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर शहर और जिला कांग्रेस अध्यक्षों की जिम्मेदारी तय करते हुए प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने आदेश जारी किए, लेकिन इसका पालन शहर कांग्रेस ने नहीं किया। 2 अक्टूबर को रीगल तिराहा स्थित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सर्वधर्म प्रार्थना करने के साथ दिखावे के लिए शहर कांग्रेस नेताओं ने पदयात्रा निकाली, वहीं बाद के कार्यक्रम करना भूल गए। प्रदेश कांग्रेस द्वारा किस दिन कौन सा कार्यक्रम करना है, इसकी जानकारी शहर और जिला अध्यक्षों को देने के बावजूद कार्यक्रम नहीं हुए। कारण शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन का बीमार होने पर ज्यादा ध्यान नहीं देना और गांधी जयंती के एक दिन पहले कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का धार्मिक यात्रा पर चले जाना है। तय कार्यक्रम न होने पर शिकायत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कलल नाथ तक भी पहुंच गई। इसकी भनक शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों को लगी, तो दिखावे के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहां पर भी कार्यक्रम हुए, उनमें गिनती के दो या तीन नेता ही मौजूद रहे, जबकि शहर कांग्रेस कमेटी में पदाधिकारियों की फौज है।
गांधी जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम न होने की शिकायत जब प्रदेश कांग्रेस कमेटी तक पहुंची तो खानापूर्ति के लिए शहर में कार्यक्रम हुए, जो कि सिर्फ दिखावा ही साबित हुए। शहर में कांग्रेस के 22 में से कहीं आयोजन हुए तो कहीं नहीं। दो-चार ब्लॉक में ही कार्यक्रम हुए। गांधी जयंती के उपलक्ष्य में पूरे सप्ताह आयोजित होने वाले कार्यक्रम के तहत विचार गोष्ठी, राष्ट्रभक्ति गीतों का आयोजन, कवि सम्मेलन, श्रमदान व पौधारोपण, गरीब बस्तियों व अस्पतालों में फल वितरण, बस्तियों में स्वच्छता अभियान के साथ गांधीजी के जीवन पर चर्चा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन शहर कांग्रेस ने सिर्फ पौधारोपण और फल वितरण करने का कार्यक्रम कर इतिश्री कर ली। बाकी के आयोजन नहीं किए।