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कॉल रिकॉर्ड करने से सामने आई बॉबी से मिलीभगत, 20 दिन बाद भी नहींं शुरू हुई जांच

locationइंदौरPublished: Mar 14, 2020 08:40:53 pm

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कॉल रिकॉर्ड करने से सामने आई बॉबी से मिलीभगत, 20 दिन बाद भी नहींं शुरू हुई जांच

कॉल रिकॉर्ड करने से सामने आई बॉबी से मिलीभगत, 20 दिन बाद भी नहींं शुरू हुई जांच

इंदौर। भू माफिया बॉबी छाबड़ा को सुविधाएं देने का मामला पुलिस अफसरों के कॉल रिकार्ड से सामने आया था। साइबर सेल ने सभी अफसरों के मोबाइल की निगरानी की तो मिलीभगत सामने आई जिसके बाद खजराना के टीआई सहित पांच को सस्पैंड कर दिया । सात दिन में जांच पूरी होना थी लेकिन बाद दिन बाद भी शुरू नहीं हो पाई है।
खजराना पुलिस ने श्रीराम नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था के प्लाट की धोखाधड़ी के मामले में बॉबी छाबड़ा को गिरफ्तार किया था। 25 फरवरी को अचानक डीआइजी रुचि वर्धन मिश्र ने तत्कालीन खजराना टीआई प्रीतमसिंह ठाकुर के साथ ही जांच अधिकारी एसआई दंडोतिया, सिाही रवि, संजू सिंह व अनुज कटारिया को सस्पैंड कर दिया। तीनों सिपाही उस समय संतरी की ड्यूटी निभा रहे थे। आरोप था कि रिमांड के दौरान बॉबी छाबड़ा को सुविधाएं दी, बाहर का खाना खिलाया, साथियों से मोबाइल पर बात कराई। हालांकि बिना किसी शिकायत के कार्रवाई होने से सभी अचंभित हो गए थे।
बाद में पता चला कि आईजी विवेक शर्मा ने पूर्व के रिकॉर्ड को देखते हुए पूछताछ में लगे पुलिस अफसरों व अन्य कर्मचारियों के मोबाइल की निगरानी की कराई थी। मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड किए और जिन लोगों से लगातार बात हो रही थी उनकी जानकरी लगी तो मिलीभगत सामने आ गई। बॉबी छाबड़ा के साथियों के फोन पर लगातार कॉल किए जा रहे थे और इसे गंभीरता से लेते हुए पांच को सस्पैंड कर दिया। डीआइजी ने सीएसपी खजराना संतोषसिंह तोमर से सात दिन में जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा था। टीआई सहित अन्य कर्मचारियों को सस्पैंड हुए 20 दिन हुए लेकिन अभी जांच ही शुरू नहीं हो पाई है। हालांकि क्राइम ब्रांच से सभी सस्पैंड कर्मचारियों से कॉल डिटेल जरुर मांंगी गई । सीएसपी तोमर का कहना है, वे रविवार से जांच शुरू करेंगे।

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