पाकिस्तानी दूतावास के सेक्रेटरी खादिम हुसैन ने रमजान से मुलाकात की
Published: Nov 27, 2015 10:42:00 pm
लगभग दो साल से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की संस्था
आरंभ के बालगृह ‘उम्मीद’ में रह रहे पाकिस्तानी बच्चे रमजान ने आज
पाकिस्तानी दूतावास के फर्स्ट सेक्रेटरी (वीसा) खादिम हुसैन से मुलाकात के दौरान भावुक होकर कहा कि उसे मां के पास जाना है।
लगभग दो साल से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की संस्था आरंभ के बालगृह ‘उम्मीद’ में रह रहे पाकिस्तानी बच्चे रमजान ने आज पाकिस्तानी दूतावास के फर्स्ट सेक्रेटरी (वीसा) खादिम हुसैन से मुलाकात के दौरान भावुक होकर कहा कि उसे मां के पास जाना है।
हुसैन ने आज शाम साढ़े सात बजे यहां रमजान से मुलाकात की। वे रमजान के साथ करीब 45 मिनट तक रहे। इस मुलाकात के बाद रमजान की घर वापसी की उम्मीद बढ़ गई हैं।
आरंभ की निदेशक अर्चना सहाय ने यूनीवार्ता को बताया कि खादिम हुसैन भारतीय विदेश मंत्रालय के उप सचिव संजय कुमार के साथ आए थे।
मुलाकात के दौरान रमजान उस वक्त भावुक हो गया जब जाते समय श्री हुसैन ने उससे पूछा कि और क्या कहना है। इस पर रमजान ने जवाब दिया कि मां के पास जाना है।
हुसैन ने रमजान से काफी देर तक चर्चा की। उन्होंने रमजान से पूछा कि वह कहां का है, बांग्लादेश कैसे पहुंचा, फिर भारत कैसे पहुंचा। रमजान ने उन्हें सारी कहानी बताई। श्री हुसैन ने अर्चना सहाय को बताया कि वे अभी रमजान की जानकारी लेने आए हैं।
वे अपनी रिपोर्ट पाकिस्तान सरकार को देंगे। इसके बाद दोनों देशों के अधिकारी इसके बारे में चर्चा करेंगे। सहाय ने हुसैन को रमजान से जुड़े सभी दस्तावेज की कॉपी भी सौंपी है।
सहाय ने बताया कि हुसैन संस्था के बच्चों के लिए फलों की बड़ी टोकरी लेकर आए थे। उन्होंने संस्था के बारे में भी जानकारी ली।
सहाय ने उनसे कहा कि रमजान की जल्द घर वापसी के प्रयास करिएगा। इसके पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी भोपाल में रमजान से मुलाकात करके उसकी पाकिस्तान वापसी को लेकर कदम उठाने का आश्वासन दिया था।
सहाय ने इस बारे में 26 सितंबर को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास को सूचित किया था।
दूतावास ने इसके बाद बच्चे से जुड़े सभी दस्तावेज पाकिस्तान सरकार को भेज दिए थे, जिसके बाद आज पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी रमजान से मिलने आए।
बांग्लादेश में रह रहे अपने पिता और सौतेली मां की प्रताडना से तंग आकर भारत-बांग्लादेश सीमा के रास्ते भाग कर आया रमजान देश के कई हिस्सों से होता हुआ 22 अक्टूबर 2013 को भोपाल पहुंच गया था।
शासकीय रेलवे पुलिस ने उसे भटकते देख उसे आरंभ संस्था के पास पहुंचा दिया था, जिसके बाद से वह संस्था के पास रह रहा है।
पाकिस्तान से भारतीय युवती गीता के लौट कर आने के बाद से रमजान की वतन वापसी की उम्मीदें और बढ़ गईं थीं।