बैठक के दौरान अध्यक्ष बाकलीवाल ने सभी को चेताते हुए फरमान जारी किया कि निगम चुनाव को लेकर वार्डवाइज एक सर्वे जल्द ही पार्टी कराएगी। इसमें जिस नेता का नाम आएगा, उसे ही टिकट देने की सिफारिश की जाएगी। दावेदारी करने के बावजूद जिनका नाम सर्वे में नहीं आएगा, उन्हें चुनाव लडऩे के बजाय संगठन का काम करना होगा और पार्टी जिसे उम्मीदवार बनाएगी, उसे जिताना होगा। उन्होंने सभी मडलम् अध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों में मंडलम् कमेटी व सेक्टर कमेटी का शीघ्र गठन करने को कहा। साथ ही बूथ पर बैठने वालों कार्यकर्ताओं के नाम एकत्रित कर पन्ना प्रभारियों की शीघ्र नियुक्ति करने के भी आदेश दिए। यह काम करके जानकारी एक सप्ताह में कांग्रेस कार्यालय में सौपने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य प्रवक्ता भंवर शर्मा ने संगठनात्मक जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह से संगठन को मजबूत किया जाए और आगामी नगर निगम चुनाव में किस तरह की तैयारी होगी। मालूम हो कि निगम चुनाव लडऩे के लिए हर वार्ड में चार से पांच कांग्रेसी मैदान मेंं हैं, सक्रिय हो गए हैं। इतना ही नहीं, अपने राजनीतिक आकाओं के सहारे और अन्य तरीके से टिकट की जुगाड़ करने में अलग लगे हुए हैं।
नहीं होने दूंगा गुटबाजी
बाकलीवाल ने कहा कि मैं किसी भी कार्यकर्ता के साथ भेदभाव नहीं करूंगा, न ही गुटबाजी होने दूंगा। कार्यकर्ता मजबूत तो कांग्रेस मजबूत, इस मंत्र के आधार पर कार्य कर नगर निगम में कांग्रेस की परिषद बनाना मेरा लक्ष्य है। नगर निगम चुनाव में टिकट सर्वे के आधार पर जो उपयुक्त होगा, उसी को चुनाव लड़ाने की सिफारिश की जाएगी और उसी को पार्टी का टिकट दिया जाएगा।