कुछ समय पहले सीएम हेल्पलाइन में एक शिकायत हुई जो राऊ एसडीओ प्रतुल्ल सिन्हा के पास पहुंची। उसमें बताया गया कि पिगड्बर-सोनवाय के सरकारी कांकड़ पर अवैध बंगले बनाकर बेचे जा रहे हैं। इस पर सिन्हा ने तहसीलदार संजय गर्ग को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। तहसील की टीम जब मौके पर पहुंची तो उनकी जमीन हिल गई। जमीन के जालसाजों ने सरकारी कांकड़ पर ही अवैध कॉलोनी काट दी। हजार-हजार वर्गफीट के तो 11 बंगले बनाकर बेच दिए गए तो 8 से 10 प्लॉट को बेचने के लिए सौदे चल रहे थे।
ये कॉलोनी पिगड्बर के कांग्रेस नेता राधेश्याम ठाकुर ने काटी। उसने ही बंगले बनाकर बेच डाले। इस पर जब सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई तो घोटाले का खुलासा हुआ। इस पर गर्ग ने एसडीओ सिन्हा को सारी हकीकत बयान की जिस पर उन्होंने रिमूवल करने की कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए। गर्ग ने सभी बंगलों के मालिकों को सरकारी जमीन पर निर्माण करने का नोटिस जारी करके क?जे हटाने का आदेश जारी कर दिया। पंचायत के माध्यम से अब प्रशासन रिमूवल की कार्रवाई कराने की तैयारी कर रहा है। इधर, एसडीओ सिन्हा का रुख भी सख्त है। वे मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं ताकि सबक सिखाया जा सके।
लगा दी जीवनभर की कमाई
गौरतलब है कि कांकड़ पर बने बंगले अलग से ही अवैध नजर आ रहे थे। इसके बावजूद पीथमपुर में काम करने वाले कर्मचारी जालसाज की कलाकारी समझ नहीं पाए। बकायदा लिखापढ़ी करके बेचा गया। कर्मचारियों ने अपनी
जीवन भर की कमाई मकान खरीदने में लगा दी। अब जब रिमूवल होगी तो वे सड़क पर आ जाएंगे। खरीदारों में आसपास के रहवासी भी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता ने भाजपा के एक जिला स्तर के नेता को साध लिया था। उसे भी हिस्सा देने की बात सामने आ रही है। वे लगातार प्रयास कर रहे थे कि कार्रवाई न हो, लेकिन सिन्हा का रुख सरकारी जमीन को लेकर
स्पष्ट है। गौरतलब है कि पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर खरीद-फरोख्त करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सभी अफसरों को निर्देश दिए थे।
गौरतलब है कि कांकड़ पर बने बंगले अलग से ही अवैध नजर आ रहे थे। इसके बावजूद पीथमपुर में काम करने वाले कर्मचारी जालसाज की कलाकारी समझ नहीं पाए। बकायदा लिखापढ़ी करके बेचा गया। कर्मचारियों ने अपनी
जीवन भर की कमाई मकान खरीदने में लगा दी। अब जब रिमूवल होगी तो वे सड़क पर आ जाएंगे। खरीदारों में आसपास के रहवासी भी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता ने भाजपा के एक जिला स्तर के नेता को साध लिया था। उसे भी हिस्सा देने की बात सामने आ रही है। वे लगातार प्रयास कर रहे थे कि कार्रवाई न हो, लेकिन सिन्हा का रुख सरकारी जमीन को लेकर
स्पष्ट है। गौरतलब है कि पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर खरीद-फरोख्त करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सभी अफसरों को निर्देश दिए थे।