जन्मदिन पर अपने समर्थकों के बीच ओझा ने पूर्व विधायक पटेल के द्वारा एसएसपी को लेकर सार्वजनिक तौर पर दिए गए बयान पर कहा कि उन्हें पार्टी फोरम पर अपनी बात रखनी थी। ओझा ने महापौर के सीधे चुनाव के बजाय पार्षदों द्वारा चयन करने पर कहा कि इससे महापौर अब पूरे शहर का विकास करवा पाएंगे। पहले उन्हें पता रहता था कि वह 5 साल के लिए चुने गए हैं, इसलिए वह अपने हिसाब से कुछ वार्डों में ही काम करवाते थे। अब उन्हें डर रहेगा कि उन्हें कभी भी हटाया जा सकता है। इसलिए वह सभी जगह काम करवाएंगे। उन्होंने महापौर बनने के लिए पार्षद का चुनाव लडऩे के लिए सपने देख रहे कांग्रेस नेताओं से भी इन चुनावों से दूर रहने के लिए कहा।
वार्ड को कार्यकर्ता तैयार करता है उनका कहना था कि वार्ड को कार्यकर्ता तैयार करता है उसमें वो मेहनत करता है। ऐसे में उसे वहां का चुनाव लडऩे दें। लोकसभा, विधानसभा के नेता इन चुनावों में न उतरें। ओझा के मुताबिक अब समय आ गया है कि कार्यकर्ताओं को भी निगम-मंडल में पद मिलेंगे। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे।