प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमल नाथ ने निर्देश जारी किया है कि लोकसभा चुनाव में कोई भी नेता अपना क्षेत्र छोड़कर नहीं जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके चलते चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस के बड़े नेता अपने समर्थकों के साथ अन्य कांग्रेस नेताओं को अपने क्षेत्र में आने से रोक रहे हैं ताकि प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से अधिकतर कांग्रेस हासिल कर सके। नाथ के निर्देश का पालन चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी कर रहे हैं। शनिवार शाम को इंदौर आए राष्ट्रीय महासचिव और भोपाल से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने भी अपने समर्थकों को भोपाल न आने की सख्त हिदायत दी है।
दिग्विजय सिंह ने सख्त लहजे में कहा कि मेरे चुनाव में काम करने के लिए कोई भोपाल नहीं आएगा। मेरे इनकार करने के बावजूद अगर कोई आया तो उसे मैं भगा दूंगा। इसलिए तुम लोग एक काम करो कि भोपाल में रहने वाले अपने नाते-रिश्तेदारों, दोस्तों और जान-पहचान के लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर मुझे दे दो। मैं तो इनसे संपर्क करूंगा ही तुम लोग भी इंदौर में रहकर ही इनसे संपर्क करो और कांग्रेस की मदद करने के साथ वोट देने की अपील करो। किसी को आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने नाम, पते और मोबाइल नंबर लिखकर देने के लिए फॉर्म भी दिया है। पत्नी अमृता सिंह के साथ आए दिग्विजय सिंह की अगवानी करने एयरपोर्ट पर सदाशिव यादव, शेख अलीम, रघु परमार, सुवेग राठी और राजेश शर्मा सहित अन्य कांग्रेस नेता पहुंचे। मालूम हो कि विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव लोकल कांग्रेस नेता अपने आकाओं के क्षेत्र में काम करने चले जाते हैं। नतीजतन पार्टी के प्रत्याशी को पूरा मैनेजमेंट संभालना पड़ता है। इसके कमजोर होने पर हार का मुंह अलग देखना पड़ता है। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष नाथ ने इस बार किसी भी नेता को क्षेत्र नहीं छोडऩे का निर्देश जारी किया है।
पहुंचे माता की शरण में
इंदौर आने के बाद दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ एयरपोर्ट से सीधे बिजासन माता मंदिर पर दर्शन करने पहुंचे। इसके बाद नैनोद वाली माता के दर्शन किए और छत्रीबाग स्थित दादा दरबार गए। इसके बाद रात को ही ओंकारेश्वर के लिए रवाना हो गए। यहां पर दर्शन करने के बाद सिंगाजी मंदिर जाएंगे। यहा दर्शन और पूजा करने के बाद आष्टा होते हुए भोपाल पहुंचेंगे।