कपूर युवक कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष अमन बजाज से बात करते हुए ऊपर की ओर चल दिए। इसी बीच कांग्रेस के एक और राष्ट्रीय सचिव सज्जन वर्मा भी बैठक में भाग लेने के लिए समर्थकों के साथ गांधी भवन पहुंचे। दोनों एक साथ हॉल में आए और स्वागत का दौर शुरू हुआ। इसी बीच अश्विन जोशी भी समर्थकों के साथ आ गए। जोशी के नारों के बाद हॉल में सज्जन वर्मा समर्थक जिंदाबाद करने लगे। देखते ही देखते दोनों के समर्थकों में नारे लगाने की होड़ लग गई, जिसके चलते माहौल गर्म हो गया।
धीरे-धीरे मंच के पास पहुंच गए समर्थक
लगभग 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद कपूर ने माइक हाथ में लिया और नारेबाजी बंद करने का कहा। जब उनकी बात भी कांग्रेसियों ने नहीं सुनी तो कपूर ने कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी के नारे लगाना शुरू किए, लेकिन वर्मा समर्थक अपने नेता के ही नारे लगाते रहे। थक हारकर कपूर मंच की ओर जाने लगे। इसके बाद वर्मा समर्थक मंच की ओर बढऩे लगे और कार्यकर्ताओं के बीच जा पहुंचे। चंद सेकंड में सारे कार्यकर्ता और कांग्रेस के नेताओं को दोनों के समर्थकों ने एक तरफ कर दिया और नारेबाजी करने लगे। और उनके साथ ही दीपू यादव ओर मोहन सेंगर के समर्थक भी अपने नेताओं के लिए नारे लगाने लगे।
लगभग 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद कपूर ने माइक हाथ में लिया और नारेबाजी बंद करने का कहा। जब उनकी बात भी कांग्रेसियों ने नहीं सुनी तो कपूर ने कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी के नारे लगाना शुरू किए, लेकिन वर्मा समर्थक अपने नेता के ही नारे लगाते रहे। थक हारकर कपूर मंच की ओर जाने लगे। इसके बाद वर्मा समर्थक मंच की ओर बढऩे लगे और कार्यकर्ताओं के बीच जा पहुंचे। चंद सेकंड में सारे कार्यकर्ता और कांग्रेस के नेताओं को दोनों के समर्थकों ने एक तरफ कर दिया और नारेबाजी करने लगे। और उनके साथ ही दीपू यादव ओर मोहन सेंगर के समर्थक भी अपने नेताओं के लिए नारे लगाने लगे।
टंडन को चुप कराने महिला नेत्री ने मुंह पर रखा हाथ
घबराए कपूर ने मंच से उन्हें शांत रहने का कहा, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। उनके साथ ही बैठक में मौजूद महिला नेत्रियां भी डरकर मंच पर चढ़ गईं। इसी बीच जोशी ने टंडन को कुछ बोला, जिसके बाद टंडन कपूर के सामने ही जोशी को गालियां देने लगे। इस दौरान महिलाएं उनके पीछे ही थीं। लगातार गाली दे रहे टंडन को रोकने के लिए एक महिला नेत्री ने उनके मुंह पर हाथ रख चुप कराने की कोशिश की। कुछ देर बाद कपूर मंच के पीछे गए और वर्मा को बुलाकर कुछ कहा। इस दौरान उनके चेहरे पर गुस्सा था। इसके बाद वर्मा आगे आए और समर्थकों को शांत किया। इसके बाद जैसे-तैसे बैठक शुरू हुई।
हंगामे के दौरान मनोहर धवन के पास टंडन पहुंचे और चिल्लाकर कहने लगे कि सज्जन भैया की बराबरी का नेता है क्या अश्विन। आप यहां खड़े हो और चुप भी नहीं करा रहे हो। कपूर ने पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आपमें जो जोश है उसे भाजपा के खिलाफ सडक़ पर उतारो। जनता में जाओ और जीएसटी, नोटबंदी, किसानों की मौत, गलत नीतियों पर बात करो। यहां जोश दिखाने का कोई मतलब नहीं है।
घबराए कपूर ने मंच से उन्हें शांत रहने का कहा, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। उनके साथ ही बैठक में मौजूद महिला नेत्रियां भी डरकर मंच पर चढ़ गईं। इसी बीच जोशी ने टंडन को कुछ बोला, जिसके बाद टंडन कपूर के सामने ही जोशी को गालियां देने लगे। इस दौरान महिलाएं उनके पीछे ही थीं। लगातार गाली दे रहे टंडन को रोकने के लिए एक महिला नेत्री ने उनके मुंह पर हाथ रख चुप कराने की कोशिश की। कुछ देर बाद कपूर मंच के पीछे गए और वर्मा को बुलाकर कुछ कहा। इस दौरान उनके चेहरे पर गुस्सा था। इसके बाद वर्मा आगे आए और समर्थकों को शांत किया। इसके बाद जैसे-तैसे बैठक शुरू हुई।
हंगामे के दौरान मनोहर धवन के पास टंडन पहुंचे और चिल्लाकर कहने लगे कि सज्जन भैया की बराबरी का नेता है क्या अश्विन। आप यहां खड़े हो और चुप भी नहीं करा रहे हो। कपूर ने पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आपमें जो जोश है उसे भाजपा के खिलाफ सडक़ पर उतारो। जनता में जाओ और जीएसटी, नोटबंदी, किसानों की मौत, गलत नीतियों पर बात करो। यहां जोश दिखाने का कोई मतलब नहीं है।
शुक्ला-जायसवाल छोड़ गए बैठक
बैठक में अर्चना जायसवाल और कृपाशंकर शुक्ला भी थे, लेकिन हंगामा देख दोनों रवाना हो गए। बैठक के बाद कपूर ने सज्जन वर्मा और अश्विन जोशी से अलग-अलग मुलाकात कर संगठन को मजबूत करने के लिए राय ली।
बैठक में अर्चना जायसवाल और कृपाशंकर शुक्ला भी थे, लेकिन हंगामा देख दोनों रवाना हो गए। बैठक के बाद कपूर ने सज्जन वर्मा और अश्विन जोशी से अलग-अलग मुलाकात कर संगठन को मजबूत करने के लिए राय ली।
कांग्रेस के संगठन ढांचे में होगा बदलाव : कपूर
कपूर का कहना था, केरल की तरह मप्र में भी चुनावों को देखते हुए बदलाव किया जाएगा। हर विधानसभा में तीन ब्लॉक, हर ब्लॉक में तीन मंडल, हर मंडल में तीन सेंटर और उसके नीचे बूथ स्तर पर संगठन बनाया जाएगा।
इससे कांग्रेस बूथ स्तर पर मजबूत होगी। उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश के बड़े नेताओं में गुटबाजी और मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर हुए सवालों पर ये कहकर चुप्पी साध ली कि इस पर कांग्रेस आलाकमान से फैसला होगा।
कपूर का कहना था, केरल की तरह मप्र में भी चुनावों को देखते हुए बदलाव किया जाएगा। हर विधानसभा में तीन ब्लॉक, हर ब्लॉक में तीन मंडल, हर मंडल में तीन सेंटर और उसके नीचे बूथ स्तर पर संगठन बनाया जाएगा।
इससे कांग्रेस बूथ स्तर पर मजबूत होगी। उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश के बड़े नेताओं में गुटबाजी और मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर हुए सवालों पर ये कहकर चुप्पी साध ली कि इस पर कांग्रेस आलाकमान से फैसला होगा।