अक्टूबर में बेरोजगारी की दर 8.5 प्रतिशत हो गई है। 90 लाख रोजगार खत्म हो चुके हैं। एकतरफ तो किसानों की आय दोगुना करने की बात कर रहे हैं तो दूसरी ओर टैक्स बढ़ा दिए हैं। चीन से गोपनीय एग्रीमेंट कर रहे हैं, जिससे बिना निर्यात शुल्क के माल भेजा जा सकेगा। अगर यह समझौता हो गया तो यहां के उद्योग व किसान बर्बाद हो जाएंगे। कांग्रेस के विरोध के चलते अभी समझौते पर साइन नहीं हो सके हैं।
must read : निगम उपायुक्त को भाजपाइयों ने भेजी चूडिय़ां, बोले- ये सिंघम नहीं चिंगम है आम आदमी पर लाद रहे टैक्स का बोझ मोदी ने नोटबंदी के बाद 50 दिन मांगे थे, अब तो उनके पाले में ही गेंद है तो वे स्वयं बताएं कि इस बारे में क्या सोचते हैं। अडाणी-अंबानी आज केंद्र सरकार के ब्रांड एम्बेसडर बन गए हैं। सरकार इन बड़े उद्योगों को ही लाभ पहुंचाने के लिए कदम उठा रही है, लेकिन आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए कुछ नहीं किया। गरीब आदमी पर तो सरकार टैक्स का बोझ लादे जा रही है और उद्योगपतियों को राहत पर राहत मिलती जा रही है।