जिला अध्यक्ष यादव ने कहा ग्रामीण नेताओं से कहा कि जितनी भी बूथ कमेटियां बनी हैं वह पंचायत चुनाव की तरह काम करें। जिस तरह से एक-एक आदमी को बाहर से लाकर वोट डलवाया जाता है उसी तरह हमें लोकसभा चुनाव में भी करना है। इंदौर लोकसभा सीट से पंकज संघवी नहीं कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। इसलिए अपना कर्तव्य बनता है कि कांग्रेस को जिताएं। जो अपने पोलिंग बूथ से कांग्रेस को जिताएगा, उसको अच्छा पद देने के लिए पार्टी में विचार किया जाएगा। पार्टी में अच्छा पद देने के साथ जनपद, जिला पंचायत, सरपंच, मंडी और सहकारिता का चुनाव लड़वाया जाएगा। जो लोग निष्क्रिय रहकर पार्टी का काम नहीं करेंगे और पार्टी को हरवाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी और पार्टी से बाहर भी किया जाएगा। कार्यकारी अध्यक्ष मोती सिंह पटेल ने भी ग्रामीण नेताओं को इस बार लोकसभा में कांग्रेस को जिताने के लिए कमर कसकर मैदान में उतरने की बात कही। गौरतलब है कि इंदौर लोकसभा सीट में 8 विधानसभा आती हैं। इसमें 5 शहरी और 3 ग्रामीण शामिल हैं। इनमें कांग्रेस को जिताने की जिम्मेदारी विधायकों को सौंपी गई है।
मन और मतभेद भुलकर करो काम
विधायक पटेल ने कहा कि सभी कांग्रेसी मनभेद और मतभेद भुलकर काम करें। इंदौर सीट लगातार 8 बार से कांग्रेस हारती आ रही है। इस बार कैसे भी करके कांग्रेस को जिताना है। जिस तरह से मैं आप लोगों के बीच में रहता हूं, उसी तरह चुनाव जीतने पर सांसद बनने के बाद संघवी भी रहेंगे। हर समस्या का सामाधन त्वरित होगा। इसलिए कांग्रेस पर इंदौर सीट को पिछले 40 वर्ष से हारने का जो दाग लगा है उसे कैसे भी करके धोना है। बैठक के दौरान ग्रामीण कांग्रेस नेताओं को प्रदेश सरकार की योजनाओं का बखान जनता के बीच जाकर करने का कहा गया। दो बड़ी योजनाओं को जनता को बताने कहा गया। पहली किसानों का 2 लाख रुपए तक कर्ज माफ और दूसरी केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर हर गरीब परिवार को 72 हजार रुपए सालाना देना है। इसके साथ ही बेरोजगारी भत्ता देने की योजना का बताने कहा गया है।