प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के आदेश पर 1 फरवरी से शुरू हुए घर-घर चलो अभियान का समापन 28 फरवरी को होगा। कांग्रेस की रीति-नीति, प्रदेश में रही कमल नाथ सरकार के 15 महीनों के कार्यकाल की जनकल्याणकारी योजनाओं और भाजपा सरकार की जन विरोधी नीति के बारे में आमजन को बताने के लिए यह अभियान शुरू किया गया। पहले दिन शहरी नेताओं ने अभियान को लेकर जोश दिखाया, लेकिन बाद में यह जोश ठंडा पड़ गया और अभियान भी कछुआ चाल से चलने लगा। यह देख अभियान को गति देने के लिए शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने मंडलम् व ब्लॉक अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी और अन्य पदाधिकारियों को सक्रिय होने का संदेश भेजा। सक्रिय न होने पर ऊपर से कार्रवाई होने की बात कही। इसके बाद अभियान को लेकर इंदौर शहर में आने वाली पांचों विधानसभाओं में से सिर्फ एक, तीन और पांच के कांग्रेसी जागे। विधानसभा दो और चार में कोई ज्यादा हलचल नहीं है, जबकि यह दोनों विधानसभा भाजपा के गढ़ होने के साथ कांग्रेस को सबसे ज्यादा मेहनत यहीं पर करना है। यह जानने के बावजूद अभियान को लेकर शुरू दिन से ही नेता ज्यादा सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं। इंदौर ग्रामीण क्षेत्र में आने वाली सांवेर, देपालुपर और महू विधानसभाओं में से ही अभियान को लेकर ज्यादा सक्रियता सिर्फ सांवेर में ही देखने को मिल रही है।

लोगों ने किया रोड चौड़ीकरण का विरोध अभियान के दौरान जब तीन नंबर विधानसभा के कांग्रेसी सुभाष मार्ग रोड पर पहुंचे तो यहां के रहवासियों ने नगर निगम द्वारा 100 फीट चौड़ी रोड बनाने का विरोध किया। साथ ही निगम अफसरों के रैवए को लेकर भी नाराजगी दर्ज कराई। इस पर कांग्रेसियों ने जनहित में लड़ाई लडऩे का आश्वासन दिया।