बैठक में जानी समस्याएं, घोषणा-पत्र में शामिल करेंगे सुझाव, जीएसटी और मंडी टैक्स सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा
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इंदौर. इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर आम जनता के बीच पैठ बनाने में कांग्रेस लगी है ताकि चुनाव में फायदा मिल सके। इसी को लेकर कांग्रेस के उद्योग एवं व्यापारी प्रकोष्ठ की बैठक हुई। तुकोगंज स्थित होटल साउथ एवेन्यू में मंगलवार को हुई बैठक में शहर के व्यापारी और उद्योगपति शामिल हुए, जिन्होंने अपनी समस्याएं बताने के साथ जीएसटी और मंडी टैक्स सहित अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही कांग्रेस के चुनावी घोषणा-पत्र में व्यापारियों और उद्योगपातियों के लिए क्या होना चाहिए? इसे लेकर सुझाव दिए।
बैठक में मौजूद व्यापारी व उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र नाहटा, प्रदेश उपाध्यक्ष अर्चना जायसवाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन, कार्यवाहक अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और प्रकोष्ठ के नवागत शहर अध्यक्ष शैलेष गर्ग ने व्यापारियों और उद्योगपतियों के सुझाव को घोषणा-पत्र में शामिल करने के साथ सरकार बनने पर अमल में लाने का वादा किया। इन्होंने अगस्त माह में व्यापारियों और उद्योगपतियों का महाकुंभ इंदौर में आयोजित करने की घोषणा की। साथ ही बताया कि इसमें प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ व चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। बैठक में कांग्रेस पर्यवेक्षक निमिष शाह, सुरेंद्र ठाकुर व जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव भी मौजूद थे।
कम हो जीएसटी की स्लैब व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नाहटा कहा कि व्यापारियों, उद्योगपतियों व आम जनता की मांगों व सुझावों को चुनावी घोषणा-पत्र में शामिल किया जाएगा। कांग्रेस ने जीएसटी का कभी विरोध नहीं किया। जीएसटी को कांग्रेस लेकर आई थी, तब भाजपा ने इसका विरोध किया था। हम चाहते हैं कि जीएसटी की स्लैब को कम किया जाए। मंडी टैक्स 1993 से 1998 में 2 प्रतिशत था। इसे 5 प्रतिशत कर दिया गया। शहर अध्यक्ष टंडन, प्रदेश उपाध्यक्ष जायसवाल और प्रकोष्ठ अध्यक्ष गर्ग ने कहा देश के विकास में उद्योगपतियों और व्यापारियों का अहम रोल होता है। हर वर्ग के व्यापारी जुड़कर अपनी समस्याओं को बताएं जिसका निदान सरकार बनने पर कांग्रेस करेगी। आज व्यापारी सुरक्षित भी नहीं हैं, क्योंकि दिनदहाड़े व्यापारियों के साथ लूट जैसी घटनाएं हो रही है। ताजा मामला सागौर कुटी का ही है।
नोटबंदी के बाद से कर रहे मंदी का सामना बैठक में सह अध्यक्ष रमेश गुप्ता ने कहा कि आज व्यपारियों की सबसे बड़ी समस्या नोटबंदी एवं जीएसटी का सामना व्यापारियों को करना पड़ रहा हैं, जिससे व्यापार जगत में मंदी का वातावरण बना हुआ हैं। अहिल्या कॉमर्स ऑफ चेम्बरस के रमेश खंडेलवाल ने कहा कि आज व्यापारी सम्पूर्ण रूप से गुलाम बन चुका है। प्रदेश सरकार से क्या अपेक्षा की जाए? सारे टैक्स केंद्र सरकार द्वारा लगाए जा रहे है। एग्री प्रोडक्ट का सेल सबसे ज्यादा है। मंडी टैक्स खत्म हो और जीएसटी में समाविष्ट हो सकें। व्यापारी को प्रयोगशाला समझा गया और इस पर एक्सपेरिमेंट हो रहा हैं। उद्योगों के आसपास सुरक्षा पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता को बताते हुए व्यापारियों और उद्योगपतियों ने पुलिस थाना व पुलिस गश्त का सुझाव दिया, ताकि व्यापारी अपने आप को सुरक्षित महसूस करें ।