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काली बताकर आरक्षक ने पत्नी को छोड़ा

locationइंदौरPublished: Sep 05, 2018 11:14:42 am

Submitted by:

Manish Yadav

– पीडि़त महिला पहुंची डीआइजी के पास, नहीं माना तो होगी कार्रवाई

Ghaziabad

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इंदौर। महिला ने अपने पुलिसकर्मी पति के खिलाफ डीआइजी से गुहार लगाई है। उसका आरोप है कि पति ने उसे छोड़ दिया है। पति का कहना है कि उसका रंग काला है, इसलिए वह उसे साथ नहीं रखना चाहता। डीआइजी ने पति को बुलाकर समझाइश देने के निर्देश दिए हैं। फिर भी नहीं माना तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार अलका चौहान ने कल कंट्रोल रूम पहुंचकर शिकायत की। उसका कहना है कि परिजनों ने उसकी शादी पुलिस आरक्षक पवन से २००८ में कराई थी। उनके दो बच्चे हैं। पिछले कुछ दिनों से पवन के किसी अन्य महिला से संबंध हो गए हैं। वह अब उसके साथ ही रह रहा है। जब यह बात महिला को पता चली तो वह उससे मिलने पहुंची थी, लेकिन पति ने उसे घर से निकाल दिया और सारे संबंध तोड़ दिए। उसका कहना है कि उसका रंग काला है। इसके चलते वह दूसरी शादी कर उस महिला के साथ ही रहेगा। मजबूरी में वह अपने मायके में रह रही है। पिछले दिनों वह बीमार हो गई थी। इसके कारण ठीक से काम नहीं कर पा रही है। वह पति पर कार्रवाई के लिए डीआइजी हरिनारायण चारी मिश्र के पास पहुंची। डीआइजी ने पति और उसे आज बुलाया है। पवन को समझाइश देते हुए अपनी पत्नी को अपनाने को कहा जाएगा। वह इनकार करेगा तो उसकेविरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करने की बात डीआइजी मिश्र ने कही है।
मकान गिरवी रखा फिर बहू-बेटों को घर से निकाल दिया

जगजीवनराम नगर में रहने वाली महिला ने अपने ससुराल पक्ष पर अमानत में खयानत करने का केस दर्ज कराया है। उसका आरोप है कि ससुराल वालों ने पहले उसके पिता के पास मकान गिरवी रखा और अब उसे ही घर से बाहर कर दिया है। अब मकान में उसे और उसके पति रहने भी नहीं दे रहे हैं।
पुलिस के अनुसार कविता पति किशोर प्रधान निवासी गुलाब बाग की शिकायत पर उसके ससुर हरिशंकर पिता गौरेलाल प्रधान, सास लक्ष्मी प्रधान, देवर आशीष के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी नवंबर 2002 में किशोर से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही आरोपित दहेज में पांच लाख रुपए की मांग कर परेशान करने लगे थे। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो आरोपित ने नया खेल खेला था। उसे झांसा दिया कि वह अपने पिता से तीन लाख रुपए उधार दिला दे। इसके बदले में वे मकान गिरवी रखने के लिए तैयार थे। इस पर वह तैयार हो गई और मकान के कागज रखने के बाद उन्हें तीन लाख रुपए उधार दे दिए।
करीब दो साल पहले सास ने कविता और उसके पति किशोर को उज्जैन जाने के लिए कहा। उसका कहना था कि जमीन का केस चल रहा है। माहौल ठीक नहीं है इसी के चलते मायके चली जाए और साथ में पति को भी ले जाए। जब स्थिति ठीक हो जाएगी तो बुला लेंगे। इस पर वह अपने मायके चली गई थी। इसी बीच आरोपितों ने उसके कमरे पर भी कब्जा कर लिया। वह जब वापस आई तो उसने इसका विरोध किया। इस पर आरोपितों ने उसे और उसके पति को बाहर निकाल दिया। उनका सामान और रुपए भी रख लिए।
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