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काली कमाई से करोड़पति हो गया यह सिपाही, अफसर भी चौंंके…..

locationइंदौरPublished: Jun 25, 2019 08:02:28 pm

आबकारी आरक्षक की दो करोड़ की संपत्ति राजसात, 4 साल पहले लोकायुक्त ने मारा था छापा, आरक्षक की पत्नी व अन्य परिजनों के नाम है संपत्ति

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काली कमाई से करोड़पति हो गया यह सिपाही, अफसर भी चौंंके…..

इंदौर। आबकारी विभाग में पदस्थ आरक्षक रामचंद्र जायसवाल की करीब 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति न्यायालय ने राजसात करने के आदेश दिए है। करीब 4 साल पहले लोकायुक्त ने छापा मारकर अनुपातहीन संपत्ति का मामला दर्ज किया था। जो संपत्ति राजसात हुई है उसमें पत्नी के नाम दो मकान, दो बेटियों व बेटे के नाम की संपत्तियां भी शामिल है।
विशेष न्यायालय ने मंगलवार को संपत्ति राजसात करे का आदेश जारी किया है। डीएसपी संतोषसिंह भदौरिया के मतुाबिक, खरगोन में पदस्थ रहे आबकारी आरक्षक रामचंद्र पिता गिरधारीलाल जायसवाल फरवरी 2015 में आय से अधिक संपत्ति मामले में लोकायुक्त ने छापा मार कार्रवाई की थी। रामचंद्र जायसवाल के सुदामानगर स्थित मकान पर छापा मारा गया था जिसमें काफी संपत्ति का खुलासा हुआ था। लोकायुक्त ने जांच में पाया कि जनवरी 1993 से फरवरी 2015 तक की अवधि में आरोपी की आय 2,38,87,256 रुपए हुई जबकि व्यवय करीब 4,48,03,910 रुपए पाया गया। इस तरह से 2,09,16654 रुपए की अनुपातहीन संपत्ति होना पाई गई थी। इस संपत्ति के बारे में कोई लेखा जोखा प्रस्तुत नहीं करने पर मार्च 2017 को लोकायुक्त ने न्यायालय में संपत्ति को राजसात करने का चालान पेश किया था। लोकायुक्त की ओर से शासकीय अधिवक्ता महेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने पैरवी की। न्यायालय ने करीब 2 करोड़ रुपए की संपत्ति को राजसात करने का आदेश जारी किया है।
होटल में हिस्सेदारी भी मिली
लोकायुक्त को सूचना मिली थी कि जायसवाल ने भ्रष्टाचार के जरिए अवैधानिक रूप से काफी धन अर्जित किया है जिसके आधार पर कार्रवाई की गई। जांच के दौरान सुदामानगर स्थित मकान के साथ ही मालीपुरा गाड़ी अड्ढा में ट्रांसपोर्ट कार्यालय, अन्नपूर्णा रोड पर 5 हजार स्क्वेयर फीट का फार्म हाउस, भक्त प्रहलाद नगर गंगवाल बस स्टैंड के पास स्थित मालवा काउंटी होटल में भागीदारी के साथ ही कई वाहन व चल अचल संपत्ति का खुलासा हुआ था।
शराब ठेके में पार्टनरशिप
जिला लोक अभियोजन अधिकारी मो. अकरम शेख के मुताबिक, साथ ही यह बात भी सामने आइ थी कि जिले में शराब ठेके की 8-9 दुकानों में परिवार के लोगों के नाम से बेनामी रूप से हिस्सेदारी है। जायसवाल के परिवार में पत्नी, देवकन्या, पुत्र अंकित व दो बेटी बबीता व सुनीता थी और उनके नाम से काफी संपत्ति का पता चला था।
यह है संपत्ति का विवरण
– पत्नी के नाम मालीपुरा मेनरोड पर भवन
– पत्नी के नाम अन्नपूर्णा नगर में भवन
– ग्राम उमरिया तहसील महू में बेटी के नाम भूखंड
– ग्राम अहिरखेड़ी में खुद के नाम भूखंड
– प्रहलाद नगर के भूखंड में 18 प्रतिशत भागीदारी, पत्नी के नाम
– योजना क्रमांक 134 में बेटी के नाम भूखंड
– सुदामानगर में पत्नी के नाम भूखंड
– 8.38 लाख के सोने-चांदी के जेवरात
– बेटा-बेटी के नाम दो ट्रक
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