4 दिन पहले रिपोर्ट आी थी पॉजिटिव
छात्र ने बताया 4 दिन पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी इस पर आईआईटी दिल्ली से मेल और मैसेज से संपर्क करने की कोशिश की जिसका अब तक जवाब नहीं मिला। वहीं, छात्र ने भाई ने जब कॉल कर समस्या बताई तो उन्होंने कहा अगर हमें जानकारी होती तो यह बच्चा एग्जाम दे पाता लेकिन संक्रमित छात्र के लिए एग्जाम का प्रावधान नहीं है। अपनी समस्या को लेकर पीएमओ, शिक्षा मंत्री, आईआईटी दिल्ली सभी को ट्वीट किया लेकिन जवाब नहीं मिला। छात्र का नाम कोरोना प्रोटोकॉल के तहत नहीं लिखा जा रहा है।
छात्र ने बताया 4 दिन पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी इस पर आईआईटी दिल्ली से मेल और मैसेज से संपर्क करने की कोशिश की जिसका अब तक जवाब नहीं मिला। वहीं, छात्र ने भाई ने जब कॉल कर समस्या बताई तो उन्होंने कहा अगर हमें जानकारी होती तो यह बच्चा एग्जाम दे पाता लेकिन संक्रमित छात्र के लिए एग्जाम का प्रावधान नहीं है। अपनी समस्या को लेकर पीएमओ, शिक्षा मंत्री, आईआईटी दिल्ली सभी को ट्वीट किया लेकिन जवाब नहीं मिला। छात्र का नाम कोरोना प्रोटोकॉल के तहत नहीं लिखा जा रहा है।
पिता ने उधार लेकर कराई थी कोचिंग
छात्र के भाई ने बताया वह 3 साल से तैयारी कर रहा है। पिता राजगढ़ में किराए की दुकान में फोटोकॉपी मशीन चलाते हैं आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके बावजूद उधार लेकर उसे इंदौर कोचिंग करवाई। वहीं, कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि छात्र परीक्षा देना चाहता था। मामला संज्ञान में आने पर दिल्ली और कानपुर आईआईटी से चर्चा की लेकिन प्रोटोकॉल नहीं होने से छात्र परीक्षा नहीं दे सका।
छात्र के भाई ने बताया वह 3 साल से तैयारी कर रहा है। पिता राजगढ़ में किराए की दुकान में फोटोकॉपी मशीन चलाते हैं आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके बावजूद उधार लेकर उसे इंदौर कोचिंग करवाई। वहीं, कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि छात्र परीक्षा देना चाहता था। मामला संज्ञान में आने पर दिल्ली और कानपुर आईआईटी से चर्चा की लेकिन प्रोटोकॉल नहीं होने से छात्र परीक्षा नहीं दे सका।